श्री झंडेजी के आरोहण के साथ होगा झंडा मेला शुरु
श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज करेंगे विशेष पूजा अर्चना
दोपहर दो से चार बजे के बीच होगी आरोहण की प्रक्रिया
देहरादून। प्रेम, सद्भावना, भाईचारा, मानवता, श्रद्धा व आस्था का प्रतीक दून का ऐतिहासिक श्री झंडे जी का आरोहण बुधवार को होगा। दोपहर दो से चार बजे के बीच आरोहणस की प्रक्रिया होगी। इसी के साथ श्री झण्डा जी मेला का शुभारंभ हो जाएगा। वर्ष भर संगतें व श्रद्धालु इस पावन बेला का इंतजार करते हैं। देश-विदेश से बड़ी संख्या में संगतें व श्रद्धालु दून पहुंच चुके हैं। श्री दरबार साहिब दूधिया रोशनी से जगमगा रहा है।
बुधवार की सुबह सात बजे श्री झण्डे जी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दोपहर दो से चार बजे के बीच श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में श्री झण्डे जी का आरोहण किया जाएगा। 21 मार्च को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी। श्री दरबार साहिब, श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से मंगलवार देर शाम तक सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। श्री झण्डा जी आरोहण स्थल पर सभी आवश्यक तैयारियों को पूरा कर लिया गया।
गुरु मंत्र पाकर धन्य हुई संगत
श्री गुरु राम राय दरबार साहिब के सज्जादानीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने श्री झण्डा जी मेला की पूर्व संध्या पर मंगलवार को संगतों को गुरुमंत्र दिया। गुरु मंत्र पाकर संगतें धन्य हो गईं। संगतों ने गुरुमंत्र को आत्मसात करते हुए श्री झण्डा साहिब और श्री गुरु राम राय जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने गुरु महिमा के महत्व को समझाया। श्री महाराज ने कहा कि जिस प्रकार सूर्य की किरणों सभी को समान रूप से प्रकाश और ऊष्मा देती है, उसी प्रकार एक आध्यात्मिक गुरु अपनी कृपा और करूणा सभी पर समान रूप से रखते हैं। गुरु यानी जो हमारे अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करते हैं।
पूरब की संगतों की विदाई
श्री झण्डा जी मेला के मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल ने बताया कि श्री झण्डे जी मेले की परंपरा के अनुसार श्री झण्डे जी आरोहण से पूर्व मंगलवार शाम के समय पूरब की संगत को पगड़ी, ताबीज़ व प्रसाद वितरित किया गया। इसके साथ ही पूरब की संगत की विधिवत विदाई की गई।
श्री झण्डे जी पर सुबह 7 बजे से पूजा अर्चना
बुधवार को श्री झण्डे जी को उतारने की प्रक्रिया सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगी। सुबह श्री झण्डे जी को उतारा जाएगा। संगतों द्वारा दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्यों से श्री झण्डे जी को स्नान कराया जाएगा। विधिवत वैदिक विधान से पूजा अर्चना के पश्चात अरदास की जायेगी। दस बजे से श्री झण्डे जी (पवित्र ध्वजदण्ड) पर गिलाफ चढ़ाने का कार्य शुरू किया जाएगा। बुधवार को दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच श्री झण्डे जी का विधिवत आरोहण किया जाएगा।
गुरु महिमा के रंग में रंगी संगत
दरबार श्री गुरु राम राय जी परिसर में मंगलवार को दिन भर श्री गुरु राम राय जी महाराज व श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के जयकारे गूंजते रहे। गुरु महिमा के रंग में रंगी संगतें दिन भर श्रद्धा व भक्ति भाव में डूबी रहीं। संगतों ने श्री गुरु राम राय जी महाराज के शबद का सिमरन किया व गुरु महिमा के महत्व को जाना। श्री गुरु राम राय जी महाराज व श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के जयकारों से श्री दरबार साहिब परिसर व समूचा क्षेत्र दिन भर गूंजता रहा। संगत ने ढोल की थाप पर गुरु महाराज जी के भजन गाए व जमकर नृत्य भी किया।