नैनीताल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को नैनीताल क्लब में विभागीय अधिकारियों के साथ मानसून की तैयारियों और विभागीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति हर वर्ग तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। इससे लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ बेहतर योजना के साथ कार्य करें।
बैठक लेते हुए सीएम ने कहा कि कई बार शिकायत मिलती है,तो अधिकारी आमजन के कायरे को उलझा देते है, जबकि अधिकारियों को प्रवृत्ति कायरे को सुलझाने की होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि आम जन को ध्यान में रखकर कार्य करें। इसके लिए विभागीय अधिकारी को जिम्मेदारी लेनी होगी तभी आम जन के कार्य आसानी से होंगे, यही सरकार की प्राथमिकता और उद्देश्य है कि आमजन के कार्य जल्द से जल्द हो और बेहतर सुविधा मिल सके।
सीएम ने ऊर्जा निगम की समीक्षा करते हुए कहा कि आए दिन विभिन्न सोशल मीडिया से जानकारी मिलती है कि जनता की बिजली खपत से ज्यादा उनके बिजली के बिल आ रहे है। इस संबंध में सीएम ने ऊर्जा निगम के चीफ इंजीनियर को दूरस्थ क्षेत्रों में बिजली सुधार के कैंप लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सभी बिजली घरों में भी आम जन को बिजली बिल सुधार की व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, एपीसीसीएफ विवेक पांडेय, जिलाधिकारी वंदना सिंह, एसएसपी पीएन मीणा, जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट, मंडी परिषद अध्यक्ष अनिल कपूर, दिनेश आर्य, विधायक नैनीताल सरिता आर्य, भीमताल राम सिंह कैड़ा, डायरेक्टर कब्रेट डा.धीरज पांडेय, एमडी केएमवीएन डा.संदीप तिवारी, मुख्य नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, डीएफओ टीआर बीजूलाल, हिमांशु बागड़ी, यूसी तिवारी, पीसी आर्य, अपर जिलाधिकारी पीआर चौहान, शिव चरण द्विवेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मानसून से पहले सभी अधिकारी पूरा करें कार्य
बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून की तैयारी की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मानसून से पहले सड़कों का पैच वर्क, चौड़ीकरण आदि का कार्य पूरा कर लें। इसके साथ नगर निगम के अधिकारियों को नालियों के साफ-सफाई आदि के कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। कहा कि बरसात के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं, बिजली, पानी आदि की व्यवस्था पूरी करने के निर्देश दिए, जिससे लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। सभी विभाग के अधिकारियों को मानसून में अधिक से अधिक पौधरोपण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पौणों को संरक्षण करने की बात कही।