निकाय क्षेत्रों में नगर निगम व पालिका के सभासद जारी कर सकते हैं प्रमाण पत्र
अग्निवीर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों के चरित्र प्रमाण पत्र से संबंधित जानकारी
देहरादून। सेना की भर्ती रैली की प्रक्रिया शुरू होते ही अभ्यर्थियों को गुमराह करने वाले कई गिरोह भी सक्रिय हो जाते हैं। कोरोना संक्रमण के चलते करीब दो साल बाद अग्निपथ योजना के तहत ‘अग्निवीर’ के लिए होने वाली भर्ती रैली से भी पहले कुछ ऐसे ही गिरोह सक्रिय हो गए हैं जो अभ्यर्थियों को गुमराह कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सेना भर्ती के लिए जरूरी दस्तावेजो खासकर ऑनलाइन व ऑफलाइन चरित्र प्रमाण को लेकर अभ्यर्थियों को गुमराह किया जा रहा है। जिस कारण पिछले तीन-चार दिन से कई अभ्यर्थी परेशान हैं। प्रमाण पत्र बनाने के इस खेल में कई लोग चांदी काटने की फिराक में भी हैं।
हालांकि, सैन्य प्रबंधन द्वारा अग्निवीर भर्ती के लिए जारी नोटिफिकेशन में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जिसके कारण अभ्यर्थियों को परेशान होना पड़े। नोटिफिकेशन में स्पष्ट उल्लेख है कि सेना अग्निवीर भर्ती के लिए वही मानक लागू होंगे जो कि पूर्व में आयोजित हुई भर्ती रैलियों के लिए हुए हैं। चरित्र प्रमाण पत्र ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन होना चाहिए इसका कोई जिक्र नहीं है। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि सेना भर्ती रैली में शामिल होने वाले अभ्यर्थी को अपने ग्राम प्रधान, सरपंच अथवा स्कूल के हेड मास्टर/प्रिंसिपल (जहां से अंतिम शिक्षा उर्तीण की है) और निकाय क्षेत्रों में नगर निगम/नगरपालिका परिषद के पाषर्द-सभासद द्वारा जारी फोटो युक्त चरित्र प्रमाण पत्र साथ लाना होगा। इनके द्वारा ऑफलाइन ही चरित्र प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसके अलावा किसी अन्य ऑथीरिटी से जारी होने वाला चरित्र प्रमाण पत्र मान्य नहीं होगा। लिहाजा अभ्यर्थियों को किसी भी तरह परेशान होने की जरूरत नहीं है।
इस संर्दभ में जब सैन्य अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने भी साफ किया कि भर्ती से संबंधित शैक्षिणक योग्यता, उम्र, आवश्यक दस्तावेज आदि की पूरी जानकारी पूर्व में जारी नोटिफिकेशन में उल्लेखित है। अभ्यर्थियों को चाहिए कि नोटिफिकेशन को सही ढंग से पढ़ लें। अभ्यर्थियों को अफवाहों से दूर रहना चाहिए।