रुद्रप्रयाग। देवभूमि उत्तराखंड की पवित्र भूमि से एक बार फिर देश को नया वीर सैनिक मिला है। जनपद के ब्लॉक अगस्त्यमुनि के अंतर्गत गुनाऊं ग्राम निवासी मयंक वशिष्ठ ने भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे जनपद का गौरव बढ़ाया है। इनके पिता गिरीश चंद्र वशिष्ठ भारतीय सेना में बतौर सिपाही अपनी सेवाएं दे चुके हैं, वहीं माता सुशीला वशिष्ठ गृहिणी हैं।
मयंक की बड़ी बहन नूतन वशिष्ठ ने माउंट एवरेस्ट फतह कर देश-प्रदेश का नाम रोशन किया, वहीं बड़ा भाई प्रियंक नेवी (मुंबई) में है। अब छोटे भाई ने सेना में अधिकारी बनकर उस परंपरा को और ऊंचाई दी है।
गांव के पूर्व प्रधान बृजभूषण वशिष्ठ, पूर्व प्रधान कमल सिंह रौतेला, रघुवीर सिंह रौतेला, हीरामणी भट्ट, प्रकाश भट्ट, अनिल भट्ट, अनिरुद्ध वशिष्ठ, विनाथ वशिष्ठ, शिक्षक गजेन्द्र रौतेला, कीर्तन मंडली अध्यक्ष माहेरी देवी, ममता रौतेला सहित ग्रामवासियों ने बाबा केदार से मंयक के उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु और उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। मंयक वशिष्ठ की यह उपलब्धि पूरे उत्तराखंड के युवाओं को देश सेवा की राह पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।