ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश
जखोली ब्लॉक के कई गांवों में बना है गुलदार का आतंक
जखोली। विकासखण्ड जखोली के कई गांवों में गुलदार का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जैसे ही स्थिति सामान्य होने की ओर आती है, वैसे ही एक और घटना से क्षेत्र में चारों ओर दशहत फैल रही है। बीते दिन की घटना से एक बार फिर जखोली में गुलदार के आतंक का भय बढ़ गया है।
बता दें बीते दिन जखोली ब्लॉक के ग्राम पंचायत बरसिर के डांडा चमसारी तोक में 59 वर्षीय रूपा देवी पत्नी रमेश थपलियाल को सांय पांच बजे खेत में काम करते हुए गुलदार ने हमला कर निवाला बना दिया। बताया जा रहा है कि गुलदार महिला को 20 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। महिला के गले में गहरे घाव कर गुलदार ने खून चूसकर महिला को मौत के घाट उतार दिया।
महिला अकेले ही खेत में काम कर रही थी। देर सांय तक जब महिला घर नहीं लौटी तो खोजबीन शुरू की गई और गांव के पास ही खेतों में महिला का खून से सना शव बरामद हुआ। सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम रात को ही गांव में पहुंच गई। जबकि शनिवार को डीएफओ कल्याणी, एसडीओ दिवाकर पंत एवं देवेंद्र पुंडीर, रेंजर हरीश थपलियाल मौके पर मौजूद रहे।
महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। इधर, वन विभाग ने मृतका को छह लाख का मुआवजा देने की कार्यवाही शुरू कर दी है, जबकि क्षेत्र में 20 वन कर्मिंयों की टीम तैनात कर दी गई है। लोगों को अकेले में न जाने के लिए फिर से वन विभाग जागरूक कर रहा है।
दक्षिण जखोली रेंज के रेंजर हरीश थपलियाल ने बताया कि क्षेत्र में 10 कैमरा ट्रेप लगा दिए गए हैं। 20 वन कर्मी तैनात हैं। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से दो ¨पजरा लगाने की अनुमति मांगी है, जो क्षेत्र में लगाए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर घटना के बाद ब्लॉक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल ने वन विभाग की टीम के साथ क्षेत्र का दौरा कर पीड़ित परिवार को सांत्वना दिया।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में गुलदार के आतंक से ग्रामीण भयक्रांत हैं और वन विभाग ठोस कार्यवाही करने में नाकाम दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को जखोली क्षेत्र के लिए गंभीर होने की जरूरत है। वन विभाग को सख्त निर्देश देते हुए आदमखोर गुलदार को मारने के निर्देश दिए जाने चाहिए।