परिजनों का हंगामा, एसएसपी ने दिये जांच के आदेश हाथ पर गुदा था ऊँ फिर भी दफना दिया शिवम
रूड़की। आदर्श नगर से लापता शव को पुलिस ने लावारिस मानकर दूसरे धर्म के रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार करा दिया। परिजनों को इसकी जानकारी लगी तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। गम और गुस्से में डूबे परिजनों ने कोतवाली में पहुंचकर जमकर हंगामा काटा। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्र से बाहर निकलवाया और फिर अंतिम संस्कार के लिए सोलानी नदी शमशान घाट लाया गया। पुलिस की लापरवाही को लेकर क्षेत्र के दूसरे लोगों में भी आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार सिविल आदर्श नगर निवासी 21 वर्षीय युवक शिवम 13 फरवरी को लापता हो गया था। परिजनों ने युवक की तलाश शुरू की, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। जिस पर परिजनों की ओर से इसकी सूचना पुलिस को दी गई। तहरीर के आधार पर पुलिस ने 15 फरवरी को गुमशुदगी दर्ज तो दर्ज कर ली, लेकिन युवक की तलाश को लेकर पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई।
परिजनों के अनुसार 17 फरवरी को मंगलौर पुलिस को आसफनगर स्थित झाल से एक शव बरामद हुआ। 20 फरवरी को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और फिर रुड़की ईदगाह स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया। गुरुवार को जब परिजन सिविल लाइंस कोतवाली पहुंचे और युवक को तलाश करने की मांग की तो पुलिस ने लावारिस शवों के फोटो परिजनों को दिखाए।
फोटो के आधार पर शव की शिनाख्त की गई तो शव शिवम का निकला। परिजनों के द्वारा शिनाख्त किए जाने के बाद शव को कब्र से बाहर निकलवाया गया और अंतिम संस्कार के लिए सोलानी नदी शमशान घाट लाया गया। बेटे का दूसरे धर्म के अनुसार संस्कार किए जाने से नाराज परिजनों ने पुलिस पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। भारतीय ब्राहमण समाज के अध्यक्ष सतीश शर्मा ने भी मौके पर पहुंच पुलिस की लापरवाही को गलत ठहराया और परिजनों को साथ खड़े रहने का आासन दिया। बाद में किसी तरह पुलिस ने परिजनों को शांत कराया। इस दौरान मौके पर अपर तहसीलदार दयाराम, एसएसआई अभिनव शर्मा एवं अन्य पुलिस कर्मी मौजूद रहे। इस संबध में अपर तहसीलदार दयाराम का कहना है कि मामले में जांच कराई जा रही है।