कुमाऊं में बारिश से भारी तबाही, चार की मौत

दर्जनों घर मलबे में दबे, पूरे कुमाऊं में दो सौ से ज्यादा सड़कें बंद
हल्द्वानी। कुमाऊं भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग में आधा दर्जन से अधिक घर मलबे में दब गए जबकि एक महिला की मौत हो गई। वहीं चंपावत जिले में 11 से अधिक आवासीय भवन टूट गए। दो महिलाओं सहित तीन लोगों मृत्यु की सूचना है।

हल्द्वानी में ऑटो से नहर में गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। धारी में तीन मकान व अल्मोड़ा में पांच दुकान ध्वस्त हो गई। टनकपुर, पिथौरागढ़, हल्द्वानी, अल्मोड़ा नेशनल हाईवे समेत कुमाऊं में दो सौ से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। हल्द्वानी में गौला पुल को खतरा पैदा होने से आवाजाही बंद कर दी है। शारदा, गौला, सरयू, गोमती, कौसी समेत तमाम नदिया उफान पर आ गई हैं। अधिकतर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बनबसा में शारदा नदी के उफान को देखते हुए रेड अलर्ट जारी कर किया गया है।

पिथौरागढ़ जिले में पिछले 48 घंटों से शुक्रवार शाम तक जारी रही बारिश ने कई जगह कहर बरपाया है। जिला मुख्यालय से सटे ग्राम गणकोट में भूस्खलन की चपेट में आकर एक महिला की मौत हो गई, जबकि कुछ मवेशी भी मलबे में दफन हो गए। उधर बेरीनाग के खड़िया खनन प्रभावित ग्राम मनगढ़ में भूस्खलन से आधा दर्जन मकान और एक पंचायत घर ध्वस्त हो गए, जबकि गांव के अन्य घर भी खतरे की जद में आ गए।

शुक्रवार को डीएम और एसपी ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पिथौरागढ़ को अन्य जिलों व मैदानी क्षेत्रों से जोड़ने वाली प्रमुख सड़कों सहित ग्रामीण क्षेत्रों के अनेक मार्ग शुक्रवार को भूस्खलन से बंद हो गए। जगह-जगह वाहन और यात्री रास्तों में फंस गए और शाम तक किसी तरह अपने गंतव्य तक पहुंचने की कोशिश में जुटे रहे। वहीं नदी नाले उफान पर हैं।

भारत-नेपाल सीमा पर काली नदी के खतरे का निशान छूने पर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। आंतरिक सड़कों, पैदल रास्तों में भी जलभराव व भूस्खलन से आवाजाही मुश्किल बनी हुई है। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ के विभिन्न इलाकों में भी जलभराव की समस्या से लोग परेशान रहे। एंचोली स्थित एसएसबी के पास उफनाए चंद्रभागा गदेरे में कुछ दोपहिया वाहन बह गए, जबकि कुछ बड़े वाहन काफी हद तक डूब गए। जीआईसी पिथौरागढ़ के इलाके में भी कई जगह सड़क व नालियों का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुस गया।

चम्पावत जिले में तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से  लोहाघाट में 11 से अधिक आवासीय भवन टूट गये हैं। इस बीच तीन लोगों मृत्यु की सूचना मिल रही है, जिनमें दो महिलाए शामिल हैं। बारिश से लोगों का भारी नुकसान हुआ है। राहत व बचाव कार्य जारी है। जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 39 सड़कें बंद हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग अनेक स्थानों पर बंद है। स्वाला सहित कई जगहों पर पूरी सड़क बह गयी है। यात्रियों को मुसीबत झेलनी पड़ रही है । इस बीच 250 से अधिक यात्री विभिन्न स्थानों मे फंसे हैं।

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