राज्य लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी समेत चार गिरफ्तार
परीक्षा से पहले 35 अभ्यर्थियों ने हासिल किया था प्रश्न पत्र
देहरादून। लेखपाल ध्पटवारी भर्ती परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक कराने वाले गिरोह का एसटीएफ ने पर्दाफाश कर दिया है। परीक्षा प्रश्न पत्र लीक करवाने के आरोप में एसटीएफ ने राज्य लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है । अनुभाग अधिकारी ने ही अपनी पत्नी के साथ मिलकर प्रश्नपत्र लीक करवाया था। आरोपित अनुभाग अधिकारी के पास परीक्षा प्रश्न पत्र के एवज में लिए गए साढे बाइस लाख रूपए बरामद हुए हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि परीक्षा से पहले 35 अभ्यर्थियो ने प्रश्न पत्र हासिल किया था । परीक्षा 8 जनवरी को हरिद्वार में आयोजित कराई गई थी।
पूर्व में यूकेएसएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओ में बडे पैमाने पर अनियमितता पाये जाने पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने राज्य में आयोजित समस्त परीक्षाओं पर कडी निगरानी रखने को एसटीएफ को निर्देशित किया था। इसी क्रम में एसटीएफ को गोपनीय सूचना मिली कि कुछ लोगो ने लोक सेवा आयोग द्वारा 08 जनवरी 2023 को आयोजित लेखपालध्पटवारी परीक्षा का प्रश्न पत्र, परीक्षा से पूर्व लीक कर कुछ अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया है। सूचना की पुष्टि के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने विस्तृत जॉच की एवं आरोपो की पुष्टि होने पर 12 जनवरी 202 को हरिद्वार के थाना कनखल मे उत्तर प्रदेशध्उत्तराखण्ड सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) निवारण अधिनियम 1998 के तहत मुकदमे दर्ज करवाया। जिसके बाद गिरोह का खुलासा करते हुए एसटीएस ने राज्य लोक सेवा आयोग उत्तराखंड हरिद्वार के अनुभाग अधिकारी (अति गोपन अनुभाग 3) संजीव चतुव्रेदी, राजपाल निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी सहारनपुर उत्तर प्रदेश (हाल निवासी ग्राम सुकरासा अम्बूवाला थाना पथरी हरिद्वार), संजीव कुमार निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी सहारनपुर उत्तर प्रदेश (हाल निवासी ज्वालापुर हरिद्वार) और रामकुंमार निवासी ग्राम सेठपुर लक्सर हरिद्वार को गिरफ्तार किया। एसटीएफ की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि लोक सेवा आयोग उत्तराखण्ड द्वारा 08 जनवरी 2023 को आयोजित लेखपाल की परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार करने में आयोग के अति गोपन कार्यालय के अनुभाग-3 द्वारा कार्य किया गया था।
इस अनुभाग में नियुक्त अनुभाग अधिकारी संजीव चतरुवेदी ने अपने कार्यालय से स्वंय की अभिरक्षा से प्रश्न पत्र लीक किया और अपनी पत्नी रितु के साथ मिलकर लीक प्रश्न पत्र राजपाल व संजीव को उपलब्ध कराया। इसके एवज में संजीव चतरुवेदी व रितु को नगद रकम देकर, संजीव और राजपाल ने रामकुमार व अन्य के जरिए प्रश्न पत्र अभ्यर्थियों में बॉट कर उनको उत्तर प्रदेश बिहारीगढ के पास स्थित माया अरूण रिजार्ट एंव ग्राम सेठपुर लक्सर हरिद्वार व अन्य स्थानों में पढाया। जांच में अभ तक लगभग 35 अभ्यार्थियों द्वारा परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र हासिल किया जाना पता चला है। अन्य आरोपितो एवं उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित धनराशि के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने जनता से अपील की गई है कि यदि इस परीक्षा की अनियमितता सम्बन्ध में कोई भी जानकारी है तो स्वंय या मोबाईल के द्वारा सूचना दे सकता है। जिनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।