मकान की दीवार ढहने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत

मृतकों में दस माह की बच्ची, तीन साल का बच्चा भी शामिल
देर रात करीब 2 बजे अचानक क्षतिग्रस्त हो गई भवन की दीवार
उत्तरकाशी/ पुरोला।  जनपद के सीमांत तहसील मोरी के मोरा गांव स्थित गुर्जर बस्ती में शुक्रवार सुबह करीब 2 बजे एक आवासीय मकान की दीवार ढहने से एक ही परिवार के चार सदस्यों की दबने से मौत हो गई।

मृतकों में 10 माह की बच्ची और तीन साल का बच्चा भी शामिल है। दीवार गिरने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में कुछ रोज पूर्व हुई भारी बारिश या मकान की स्थिति के चलते दीवार ढह गई।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह करीब दो बजे मोरा गांव में गुलाम हुसैन के आवासीय मकान की दीवार अचानक ढह गई। इससे घर के अंदर सो रहे परिवार के सदस्य 26 वर्षीय गुलाम हुसैन पुत्र अली अहमद, उनकी पत्नी 23 वर्षीय रुकमा खातून, पुत्र 03 वर्षीय आबिद तथा पुत्री 10 माह सलमा मलबे में दब गए। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद राजस्व, पुलिस एसडीआरएफ तत्काल मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर शवों को मलबे से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए मोरी अस्पताल पहुंचाया। मोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी नितेश रावत ने बताया कि मृतकों की मौत दम घुटने के कारण हुई है।

बताया कि चारों शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। क्षेत्र में हुई इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे गुर्जर समुदाय और स्थानीय लेगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। मोरी ब्लॉक मुख्यालय से मोरी त्यूनी मोटर मार्ग के निकट 8 किलोमीटर दूर मोरा गुर्जर बस्ती में 12 परिवार निवास करते हैं। जिसमें गुलाम हुसैन भी अपने परिवार के साथ रहता था।

हादसे का शिकार हुए गुर्जर समुदाय के गुलाम हुसैन का परिवार कई पीढ़ियों मोरा गांव में निवासरत था। गुलाम मोरी बाजार में पल्लादारी यानी मजदूरी का काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। वह हर रोज मोरा गांव से मोरी बाजार में धियाड़ी मजदूरी करने आता था।

तहसीलदार जब्बर सिंह असवाल ने बताया कि सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया था। लेकिन दुर्भाग्यवश चारों सदस्यों ने इससे पूर्व ही दम तोड़ दिया था। बताया कि दीवार गिरने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन क्षेत्र में कुछ रोज पूर्व हुई भारी बारिश या मकान की स्थिति के चलते दीवार ढह गई।

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