देहरादून। मेरा स्वभाव शांत जरूर है लेकिन मैं सख्ती वाले एक्शन करता हूं,यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र पांचजन्य के मीडिया महामंथन कार्यक्रम में कही। पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर के ्प्रदेश में नौकरशाही के हावी होन सवालों का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि उन्हें लोग शांत स्वभाव का समझते है यह उनका व्यवहार है लेकिन किस से कैसे काम लेना है,वह जानते है,जनता उत्तराखंड की देव तुल्य है पिछले चुनाव में आपने देख लिया है सरकार किसकी बनेगी ये अधिकारी नही जनता तय करती है।
पलायन व चकबंदी को लेकर उनकी गंभीर है और शासन से राज्य के भू-आलेखों को दुरुस्त करने को कहा गया है । प्रदेश सरकार व रेलवे की जमीनों को अतिक्रमण से मुक्त करवाया जाएगा। जिला अधिकारियों को भी सख्त हिदायत दी गई है। उन्होंने कहा-‘‘ मीठा जरूर बोलता हूं इसका मतलब ये नहीं कि है हम कुछ भी देखते रहेंगे,मेरा स्वभाव शांत जरूर है लेकिन मैं उतना ही सख्त एक्शन भी लेता हूं।’’
गढ़वाल की तुलना में कुमाऊं के तीर्थस्थलों के कम विकास के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार ने कुमायूं के 17 तीर्थस्थलों का चयन किया है। जागेर,बागेर,नैना देवी पूर्णागिरी,दूनागिरी, बराही देवी आदि स्थानों को एक मानसखंड सर्किट के तहत विकसित किया जा रहा है। अगले दो सालो में ये तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक हो जाएंगे। समान नागरिक संहिता पर सीएम ने कहा कि समान नागरिक संहिता को उत्तराखंड राज्य लागू करने वाला देश का पहला राज्य होगा और इस बारे में हम अपनी पहली कैबिनेट में इसका प्रस्ताव भी पारित कर दिया है। गृह मंत्री ने भी इसे लागू करने की बात कही है। सभी राज्यों को इसे लागू करना चाहिए, एक देश है तो एक कानून भी होना चाहिए।
राज्य में खासकर मैदानी जिलों में जनसंख्या अंसतुलन पर धामी ने कहा कि पुलिस विभाग के जरिए एक सत्यापन का अभियान शुरू किया गया है। जो भी असमाजिक राष्ट्रविरोधी तत्व है वो उत्तराखंड में नहीं रहने देंगे। सशक्त भू कानून के वायदे पर धामी ने कहा किइसके लिए एक समिति बनाई हुई है औरजो भी ये समिति सिफारिश करेगी हम उसे पूरी ईमानदारी से लागू किया जाएगा।