हल्द्वानी। महिला सशक्तीकरण व बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में अपना व प्रदेश-देश का नाम रोशन करना है। बेटियां अपनी शक्ति को पहचानें। माहवारी का विषय डर, शर्म का नहीं है। यह प्राकृतिक है। यह महिला या बेटियों का नहीं बल्कि समाज का विषय है।
उन्होंने बेटियों से आह्वान किया कि वह निसंकोच सेनेटरी पैड मांगे। सरकार आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से एक रुपये में एक सेनेटरी नैपकिन दे रही है। मंत्री ने कहा कि बेटियों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना होगा, तब हम भविष्य की कई तरह की गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।मंत्री ने कहा कि जहां बेटियां हैं वो परिवार भाग्यशाली हैं। भगवान का आशीर्वाद जिन्हें मिलता है उन घरों में बेटियां होती हैं। बेटियों के सशक्तिकरण के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। मंत्री ने 35 हजार से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सितंबर का मानदेय 24 करोड़ रुपये सीधे बैंक खातों में हस्तांतरित किया। दीवाली से पहले अक्टूबर का मानदेय खातों में डालने की बात कही।अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर मंगलवार को हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित बैंक्वेट हाल में आयोजित समारोह में महिला सशक्तीकरण व बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बालिकाओं को सेनेटरी नेपकिन के पैकेट वितरित किए। कार्यक्रम में तीन हजार बालिकाओं को सेनेटरी नेपकिन पैकेट वितरित किए गए।समारोह में बोलते हुए कालाढूंगी विधायक व पूर्व मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश, सीएम पुष्कर धामी के नेतृत्व में प्रदेश, रेखा आर्या के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण विभाग ने तरक्की की है। उन्होंने कहा कि कभी महिलाओं को साइकिल चलाने से रोका जाता है आज बेटियां पायलट बनकर ऊंची उड़ान भर रही हैं।