देहरादून। प्रदेश राजधानी के एफआरआई में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की उत्तराखंड में निवेशकों के लिए अपार संभावनाएं विद्यमान हैं। जो उत्तराखंड की तकदीर बदलकर रख देगा। पर्यटन से लेकर कई अन्य दूसरे क्षेत्र ऐसे हैं, जिनमें निवेश समृद्धि लेकर आएगा। इसमें कल्चर, नेचर, एडवेंचर स्पोर्ट्स और योग आदि क्षेत्र शामिल हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि देश भर के उद्योगपतियों को यह समझना होगा की अपने देश में निवेश से भारत के लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा और चहुंओर समृद्धि होगी, हमें परिस्थितियों को अवसरों में बदलना पड़ेगा तभी हम सफलता के नित नए कीर्तिमान स्थापित करते जाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बेहद खूबसूरत दर्शनीय स्थल हैं, जो दुनिया के किसी भी देश के पर्यटक स्थलों से कमतर नहीं हैं। ऐसे में उत्तराखंड डेस्टिनेशन वेडिंग का एक हब बन सकता है। शादियों पर बेशुमार धन खर्च करने वालों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह परिवार की कम से कम एक शादी उत्तराखंड में करेंगे तो राज्य डेस्टिनेशन वेडिंग का केंद्र बन जाएगा। विदेश में शादियों के स्थान पर देश में विवाह को प्राथमिकता दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विगत 10 वर्षों में आकांक्षी भारत का निर्माण हुआ है। बड़ी आबादी नए अवसरों से स्वयं को निरंतर जोड़ रही है और देश की प्रगति में योगदान दे रही है। विगत 5 वर्षों में 13.5 करोड लोग गरीबी से बाहर आए हैं और उन्होंने अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के मध्य वर्ग को अपनी क्षमताओं का आकलन करना होगा और उस पर विश्वास जताना होगा तभी एक नया और शक्तिशाली भारत विश्व के पटल पर उभरेगा।
उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों को विदेशी बाजारों में स्थापित करने से राज्य व यहां के निवासियों को आर्थिक रूप में काफी मदद मिलेगी। उत्तराखंड के कई उत्पाद ऐसे हैं जिनमें लोकल से ग्लोबल बनने की अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार इस दिशा में सतत प्रयासरत है।उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र हर संभव मदद प्रदान करेगा ताकि उत्तराखंड उन्नति के नए सोपान स्थापित कर सके।