दून अस्पताल के मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञों की ओर से तय किया गया डेंगू का ट्रीटमेंट
देहरादून। डेंगू के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों और अस्पतालों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत प्लेटलेट्स 10 हजार से कम होने पर ही मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत बताई गई है। साथ ही डेंगू होने पर मरीजों को पर्याप्त आराम के साथ ही तरल पदाथरें का सेवन करने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार की ओर से सोमवार को आम लोगों के लिए यह एडवाइजरी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि दून मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञों की ओर से डेंगू ट्रीटमेंट तय किया गया है। उसी के आधार पर ये एडवाइजरी जारी की गई है। कहा कि डेंगू संक्रमण होने पर घर पर ही मरीज ठीक हो जाते हैं। हालांकि कुछ गंभीर लक्षण दिखने पर मरीजों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
तरल पदाथओका अधिक सेवन करें
एडवाइजरी में कहा गया है कि डेंगू संक्रमित मरीज घर पर ही एक सप्ताह में सामान्य दवाओं से ठीक हो सकता है। इस दौरान मरीज को आराम करने के साथ ही अधिक से अधिक तरल पदाथरें का सेवन करना चाहिए। हालांकि दिन में तीन बार से अधिक उल्टी होने, शरीर से खून बहने, चक्कर आने आदि की स्थिति में डाक्टर को दिखाने की सलाह दी गई है। डेंगू पुष्टि होने के बाद 48 घंटे में प्लेटलेट्स की जांच कराएं। मरीज में बीमारी के गंभीर लक्षण दिखने पर प्लेटलेट्स की जांच 24 घंटे में कराई जा सकती है।
सांस में तकलीफ व तेज पेट दर्द होने पर डाक्टर को दिखाएं
एडवाइजरी के अनुसार यदि मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही है और पेट में तेज दर्द है तो ऐसे मरीजों को भी डाक्टर से परामर्श की जरूरत है। इसके अलावा अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को भी डेंगू की पुष्टि के बाद डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
प्लेटलेट्स 50 हजार होने पर डिस्चार्ज होंगे मरीज
अस्पतालों के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि अस्पताल में भर्ती मरीज को यदि 24 से 48 घंटे तक बुखार नहीं आता और उसकी प्लेटलेट्स भी बढ़कर 50 हजार से ज्यादा हो गई है तो ऐसे मरीज को अस्पतालों से डिस्चार्ज किया जा सकता है।