पलायन के चलते खाली हुए उत्तराखंड़ के सीमा से लगते गांव : जोशी

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पूर्व उत्तराखंड विधायक संगठन का तृतीय सम्मेलन आयोजित
झबरेड़ा। पूर्व उत्तराखंड विधायक संगठन अध्यक्ष व पूर्व मंत्री लखीराम जोशी ने कहा कि उत्तराखंड की सीमा से लगे लगभग 3000 गांव के लोगों के पलायन के कारण खाली हो गए हैं। यह गांव चीन तथा नेपाल की सीमा से लगे हुए गांव हैं। सीमा से लगे गांव खाली होने से देश की सीमा कमजोर हुई है, सीमा कमजोर होने से देश व राज्य दोनों को ही इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

पूर्व उत्तराखंड विधायक संगठन अध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री उत्तराखंड लखीराम जोशी कस्बा झबरेड़ा में पूर्व विधायक चौधरी यशवीर सिंह के आवास पर संगठन के तृतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड तथा देश की सीमा से लगे 3000 गांव खाली होना अपने आप में बड़ा मुद्दा है। मौजूदा सरकार को केंद्र सरकार के सामने अपनी बात रख दौबारा गांव को बसाना चाहिए, वहां बसने वाले लोगों को सड़क, पानी, स्कूल, अस्पताल तथा रोजी-रोटी की सुविधा देनी चाहिए।

कार्यक्रम संयोजक पूर्व झबरेड़ा विधायक तथा संगठन संरक्षक चौधरी यशवीर सिंह ने कहा कि यह संगठन राजनीतिक नहीं होना चाहिए, इस संगठन में सभी दलों के पूर्व विधायक जुड़े हुए हैं। सभी को राज्य के विकास के लिए राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। इकबालपुर शुगर मिल में कई वषोर्ं से गन्ना किसानों का लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपया गन्ना भुगतान का नहीं हो पाया है। संगठन के पूर्व विधायकों को आगे आकर किसानों को उनका गन्ना भुगतान करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलकर करना चाहिए।

पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि संगठन के सदस्यों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा विधानसभा अध्यक्ष के सामने अपनी समस्याएं रखनी चाहिए, उत्तराखंड के किसानों की अधिकतर जमीन फैक्ट्री, रेलवे लाइन तथा सड़के बनाने में चली गई है ऐसे में सरकारी तथा गैर सरकारी नौकरियों में राज्य के युवाओं को 70 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। पूर्व विधायक हरिदास ने कहा कि जन सेवा से जुड़ा कोई भी काम हो संगठन के लोगों को करवाने के लिए तत्पर रहना चाहिए। सरकार द्वारा पूर्व विधायकों को भी विकास कार्य करने के लिए प्रतिवर्ष एक करोड रुपए का कोटा देना चाहिए।

पूर्व विधायक काशी सिंह ऐरी पिथौरागढ़ ने कहा कि जिस वजह से उत्तराखंड राज्य का निर्माण कराया गया था उस हिसाब से राज्य को न तो सुविधा ही मिली है और नहीं राज्य का विकास हो पाया है। राज्य आंदोलन में उन्होंने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था आज आंदोलन कारियों की सरकार में कोई सुनवाई नहीं हो रही है, मुख्यमंत्री आंदोलनकारी से मिलने तक का समय नहीं देते हैं। पूर्व विधायक निरुपमा गौड ने कहा कि संगठन के लोगों को जनहित काम करने के लिए तथा राज्य के विकास के लिए सरकार के सामने जोरो से अपना रूप अपनाना होगा। वर्तमान कांग्रेस विधायक वीरेंद्र जाति ने कहा कि पूर्व विधायक संगठन की बात पूर जोर ढंग से विधानसभा में रखेंगे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता लखीराम जोशी तथा संचालन भीम लाल आर्य पूर्व विधायक द्वारा किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे सभी पूर्व विधायकों ने राज्य की समस्याओं को लेकर अपने-अपने विचार रखें। इस अवसर पर पूर्व दर्जाधारी डॉक्टर गौरव चौधरी, पूर्व विधायक केदार सिंह, पूर्व विधायक शूरवीर सजवान, पूर्व विधायक ज्ञानचंद, पूर्व विधायक राजेश कुमार, पूर्व विधायक हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक सुरेश आर्य, पूर्व विधायक दिवाकर भट्ट, पूर्व सांसद राजेंद्र बॉडी, पूर्व विधायक ललित कुमार, पूर्व विधायक सुरेश राठौर, पूर्व विधायक रामजस सिंह, पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चेंपियन, पूर्व विधायक तस्लीम अहमद, पूर्व विधायक नारायण पाल, पूर्व विधायक ईशम सिंह आदि मौजूद रहे।

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