देहरादून।
रावत आईएएस अकादमी के निदेशक प्रोफेसर जी एस रावत ने अपने संबोधन में कहा भारतीय मायनों में शिक्षा होती है संस्कारों की पाठशाला होती है जिसका उद्धेश्य भावी पीढ़ी को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना होता है। उन्होंने कहा कि भारत में विवेकानन्द जैसी कई महान विभूतियां पैदा हुई है जिनका संपूर्ण जीवन चरित्र यह दर्शाता है कि शिक्षा व्यक्ति को उच्च कोटी के आदर्शो से जोड़ने में मददगार साबित होती है।
शिक्षाविद प्रोफेसर बी एस रावत सहस्त्रधारा रोड स्थित एक चार सितारा होटल में देवभूमि संवाद मीडिया ग्रुप द्वारा आयोजित दून ऐजूकेशन लीडरशिप अवार्ड कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे , उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून शुरू से ही शिक्षा के क्षेत्र में दुनियां भर में विख्यात है जहां दुनिया भर से बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं , उन्होंने भारत में हर तरह की शिक्षा के क्षेत्र में गुरू के महत्व पर प्रकाश डाला , बच्चा किस प्रकार की शिक्षा ग्रहण कर रहा है यह उसके गुरू के द्वारा दिए गए शैक्षिक संस्कारों पर निभर करता है। रावत ने कहा कि उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद आईएएस की परीक्षा को पास करने के लिए अथक प्रयास किए किन्तु उन्हे सफलता हासिल नही मिली लेकिन उन्होंने हार नही मानी और अपने जीवन का लक्ष्य बच्चों को आदर्श शिक्षण व्यवस्था बना कर आईएएस , आईपीएस, आईएफएस व आईआरएस बनाने का संकल्प लिया , और आज उनके द्वारा शिक्षित कई होनहार बहुत से उच्च अधिकारी राज्य सरकार से लेकर केन्द्र सरकार में अपनी महत्वपूर्ण सेवा दे रहे है यही उनके जीवन की कमाई है।
उत्तराखंड फिल्म विकास बोर्ड की पूर्व सदस्य वर्तमान में गढ़वाली कुमाऊंनी व जौनसारी अकादमी दिल्ली सरकार की सदस्य व उत्तराखंड फिल्म एवं नाट्य संस्थान की चेयरपर्सन प्रख्यात रंगमंच व फिल्म अभिनेत्री संयोगिता ध्यानी ने भी अपने विचार रखते हुए अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति व इतिहास का विकास सरकार से नहीं हमारी सहभागिता से होगा हमें अपनी पीढ़ी को अपनी मूल सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराना होगा ।
आयोजित कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन दिल्ली से आमंत्रित ऐकेडमिक उद्घघोषिका सुमित्रा किशोर ने किया,आयोजित कार्यक्रम संयोजक आर पी ध्यानी ने कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य की मूल भावना से अवगत कराया। कार्यक्रम में , हिन्दुस्तान टाइम्स के पूर्व उप संपादक विजेंद्र रावत , एम ए खान, ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम के देवभूमि संवाद पत्रिका के संपादक जयनारायण बहुगुणा व देवभूमि संवाद ग्रुप के निदेशक वीएस पंवार ने कार्यक्रम में आए सभी गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम उपस्थित पर्वतीय सेवार्थ समिति देहरादून के सचिव चण्डी प्रसाद थपलियाल,वरिष्ठ समाजसेवी राकेश सती,विश्व हिन्दु सुरक्षा बल के संस्थापक अध्यक्ष अमित योगी। उषा कोठारी,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के उत्तराधिकारी मुकेश नारायण शर्मा, कुसुम धस्माना आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा हब द्रोणनगरी में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के चांसलर श्री संजय बंसल, रावत आईएएस अकादमी के निदेशक प्रोफेसर जी एस रावत, The RIMT के निदेशक मितेश सेमवाल,डीआईएमएस के एम डी तुषित रावत,जसपाल राणा इंस्ट्टूयूट के एमडी एन एस राणा,श्रीदेवभूमि इंस्टीट्यूट के चेयरमेन श्रीनिवास नौटियाल,देहरादून स्कूल ऑनलाईन मार्केटिंग की को -फाउंडर रूपाली थपलियाल व विकास शर्मा ( सुयाल ) , हिमांशु कुकरेजा , एम डी , कुकरेजा इंस्ट्टूयूट को दून एजुकेशन लीडरशिप अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया।