रैंक के आधार पर मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा
ऋषिकेश। ईसीएचएस योजना के तहत भारतीय सेना से सेवानिवृत्त पूर्व सैनिकों को अब एम्स ऋषिकेश में कैश लैस इलाज की सुविधा प्राप्त होगी। संस्थान और सेना के उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में बृहस्पतिवार को इस स्वास्थ्य योजना का उद्घाटन किया गया।
राज्य के पूर्व सैनिक और उनके आश्रितों के लिए नि:शुल्क इलाज हेतु एम्स द्वारा बृहस्पतिवार को ईसीएचएस (भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना) शुरू की गयी। योजना का उद्घाटन करते हुए संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि इस योजना के तहत पूर्व सैनिकों को अस्पताल में इंडोर और आउटडोर दोंनो ही तरह की सुपर स्पेशलिटी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवायी जायेंगी।
भारतीय सेना की ओर से पहुंचे जनरल ऑफिसर गिल ने पूर्व सैनिकों को एम्स अस्पताल में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु शुरू की गयी योजना के लिए संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह का आभार प्रकट किया गया। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में उत्तराखण्ड में लगभग 4.5 लाख से अधिक पूर्व सैनिक और वीर नारियां रहती हैं। यह सभी इस योजना से लाभान्वित हो सकेंगे।
योजना के नोडल अधिकारी डा. मोहित धींगरा ने बताया कि पूर्व सैनिकों को उनकी रैंक के आधार पर इलाज की कैशलेस सुविधा प्रदान की जायेगी। इसके लिए पंजीकरण और जानकारी हासिल करने हेतु अस्पताल के ओपीडी काउन्टर के निकट ही ईसीएचएस का स्पेशल काउन्टर व्यवस्थित किया गया है।
इस अवसर पर भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस की ओर से सेना की स्थानीय विंग के जनरल ऑफिसर आर्मी कमाडिंग सब एरिया मेजर जनरल आर. प्रेमराज, डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्या श्री, डीएमएस डॉ. रवि कुमार, डा. श्रीलोय मोहन्ती, भारतीय सैन्य अधिकारीगण कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून ब्रिगेडियर परीक्षित, कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल रूड़की ब्रिगेडियर पी. तिवारी, डायरेक्टर रीजनल सेंटर ईसीएचएस देहरादून कर्नल जितेंद्र कुमार, एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी कमांडेंट अनिल चन्द्र व आयुष्मान योजना के संजय त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।