प्रदेश को मिले 1376 नर्सिंग अधिकारी 

नर्सिंग  अधिकारियों के पहले पांच साल राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में सेवायें देनी होगी
सीएम ने चयनित 1376 नर्सिंग  अधिकारियों में से 200 को नियुक्ति पत्र प्रदान किए
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित, मुख्य सेवक सदन में उत्तराखण्ड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड से चयनित 1376 नर्सिंग  अधिकारियों में से 200 को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। शेष सभी अभ्यर्थियों को स्वास्थ्य विभाग ने नियुक्ति पत्र प्रदान किए।

नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले प्रदेश को मिले 1376 नर्सिंग अधिकारी अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए सीएम ने कहा कि सभी प्रदेश को मिले 1376 नर्सिंग अधिकारी  लगन व कड़ी मेहनत के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे । प्रदेश को मिले 1376 नर्सिंग अधिकारी  अधिकारी का दायित्व बहुत महत्वपूर्ण है। ग्राउंड लेवल पर समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मुद्दों पर जनता को शिक्षित करने का दायित्व भी नसिर्ंग अधिकारियों पर है। आपातकालीन स्थितियों में आपकी तत्परता और उत्ष्कृटता लोगों के लिए जीवन रक्षा का कार्य करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने भारत को क्षय मुक्त बनाने के लिए 2025 का लक्ष्य के सापेक्ष राज्य सरकार द्वारा 2024 तक उत्तराखंड को क्षय मुक्त राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें भी नसिर्ंग अधिकारियों को अहम भूमिका होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि  हमें अभी भी कोरोना के प्रति सावधानी रखनी है और लोगों को इसके प्रति जागरूक बनाए रखने के लिए कार्य करना है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को 13 वर्ष के बाद 1376 नसिर्ंग अधिकारी मिले हैं। उन्होंने कहा कि सभी चयनित नसिर्ंग अधिकारियों के पहले पांच साल राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में सेवायें देनी होगी। उन्होंने कहा कि  42 स्वास्थ्य सूचकांकों में बेहतर प्रदर्शन पर उत्तराखंड को जेआरडी टाटा मेमोरियल अवार्ड से नवाजा गया है। टाटा रिसर्च सेंटर के सव्रे के अनुसार उत्तराखंड में क्रिटिकल मरीजों के लिए हवाई सेवा उपलब्ध कराने, अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना, 276 प्रकार की नि:शुल्क जांच और 90 प्रतिशत से अधिक संस्थागत प्रसव कराने का सराहनीय प्रयास किया गया है।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, खजानदास, सविता कपूर, राजकुमार पोरी, ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आऱ राजेश कुमार, उत्तराखंड चिकित्सा विवि के कुलपति  प्रो. हेमचन्द्र, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ.़ विनीता शाह आदि मौजूद रहे।

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