शक्तिपीठ मठियाणा में होते हैं साक्षात मां के दर्शन

नवरात्रि पर्व को लेकर भक्तों में खासा उत्साह
रुद्रप्रयाग। नवरात्रि पर्व को लेकर माता के भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। मान्यता है कि नवरात्रि पर्व पर जो भक्त सच्ची श्रद्धा से मां की पूजा-अर्चना करता है, उसे मां साक्षात दर्शन देकर मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। आज से शुरू हो रहे नवरात्रों के प्रथम दिन जौ बौ कर घट की स्थापना की जाती है।

जनपद के मठियाणाखाल स्थित मां मठियाणा महाकाली व दुर्गा के रूप में स्थापित है। जनश्रुति है कि लगभग सौ वर्ष पूर्व मां मठियाणा सौंदा भरदार के स्व. गणोश सिंह कठैत के स्वप्न में आई और कहा कि मठियाणाखाल में मेरा मठ स्थापित है तथा वहां पर मेरा मंदिर निर्माण करो, जिसके बाद क्षेत्र के ग्रामीणों ने वहां मां का भव्य मंदिर स्थापित किया। चैत्र व आविन माह के नवरात्रों में यहां पर मेले का आयोजन किया नाता है और क्षेत्र की जनता मां की पूजा-अर्चना कर पुण्य अर्जित करती है।

चैत्र माह के नवरात्रों में मां मठियाणा देवी की पूजा करने की अलग ही विशेषता है। कहते हैं जो भक्त इन नवरात्रों में मां की पूजा-अर्चना करते हैं, उसे फल की प्राप्ति होती है। कई वर्ष पूर्व मां के मंदिर में भक्त अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करवाने के लिये नर भैंसे की बलि देते थे, लेकिन बाद में क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बलि प्रथा को बंद करा दिया।

नवरात्रों के प्रथम दिन जौ बौ कर घट की स्थापना की जाती है। मां मठियाणा देवी लाखों घरों में कुल और ईष्ट देवी के रूप में पूजी जाती है। माता के मंदिर में भक्तों की भीड़ वर्ष भर लगी रहती है। यहां सिलगढ़, बांगर, भरदार, लस्या, हिन्दाउ, नैलचामी पट्टी सहित देश-विदेश के श्रद्धालु आकर पुण्य अर्जित करते हैं।

मां मठियाणा देबी अपनी धियाणियों की हर मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं। माता के पुजारी भरदार पट्टी के सौंदा और बैनोली गांव के हैं। मां मठियाणा देवी अपने भक्तों को कभी निराश नहीं होने देती है। मां के अपने भक्तों पर दया करने के अनेक उदाहरण है।

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