हरिद्वार। सावन कांवड़ यात्रा मेला अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। बुधवार को महाशिवरात्रि है जब सभी कांवड़िये अपने अपने गंतव्य स्थलों तक पहुंचकर शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे।
मंगलवार हरिद्वार में सबसे अधिक भक्तों का दबाव देखने को मिला एक तरफ आसपास के क्षेत्र से आने वाले पैदल कावड़ियों की भीड़ तो वहीं दूसरी तरफ डाक कांवड़ लेकर आने और जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों का दबाव। जिसके कारण पुलिस प्रशासन के लिए मंगलवार का दिन सबसे अधिक चुनौती भरा रहा।
अधिकारी और कर्मचारी बीती रात से ही व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए इधर-उधर भागते दौड़ते दिखे वहीं सीसीटीवी व ड्रोनों से भी कांवड़ यात्रा पर नजर रखी जा रही है जहां भी भीड़ का अधिक दबाव बनता दिखता है उसे कम करने के लिए वैकल्पिक मार्गों का सहारा भी लिया जा रहा है कहीं कोई अप्रिय घटना न हो पुलिस प्रशासन चप्पे चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं। अब तक कांवड़ यात्रा के दौरान व्यवस्थाएं ठीककृठाक ही रही है तथा कोई ऐसी बड़ी घटना नहीं पेश आई है। इसके लिए पुलिस प्रशासन अब इस यात्रा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के प्रयासों में जुटा है।
अब तक 3 करोड़ से अधिक कांवड़ियों के जल भरकर चले जाने की बात कही जा रही है लेकिन आज से पूर्व इतने ज्यादा शिव भक्तों का दबाव भी नहीं रहा है।
एक दिन पूर्व तक दिल्ली हरिद्वार हाईवे की एक साइड को आम लोगों के लिए खुला रखा गया था लेकिन कल से इसे आम लोगों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है कावड़ियों का इतना अधिक दबाव है कि हाईवे पर कई स्थानों पर आज जाम के हालात देखे गए।
हरिद्वार के सभी गंगा घाटों पर आज इतनी भीड़ थी कि वहां पैर रखने की जगह नहीं बची। यह हालात अभी कल दोपहर तक जारी रहेंगे। पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी यहीं समाप्त नहीं होगी। कल सभी शिव मंदिरों में जलाभिषेक के दौरान भी भारी भीड़ रहेगी। पुलिस द्वारा आज से ही सभी प्रमुख शिवालयों में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।