एसजीआरआर विवि का पहला दीक्षांत समारोह सम्पन्न
देहरादून। जीवन में शार्टकट से कामयाबी नहीं मिलेगी। अलबत्ता कभी कभी शार्टकट के चक्कर में शॉटसर्किट जरूर हो जाता है। यह बात मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एसजीआरआर विविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में कही। समारोह में मुख्यमंत्री ने गोल्ड मेडल हासिल करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।
मंगलवार को आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विवि से निकलने के बाद भी सीखने की इच्छा बरकरार रहनी चाहिए, क्योंकि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को आत्म निर्भर भारत का मंत्र दिया है जिसमें योगदान देने के लिए विद्यार्थियों का आगे आना होगा और चुनौतियों को स्वीकार कर उन्हें अवसर में बदलना होगा। बतौर अति विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत ने कहा कि एमबीबीएस के विद्यार्थी पांच-पांच परिवारों को पांच साल तक गोद लेंगे और उक्त परिवारों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी उठायेंगे। साथ ही चरक शपथ ली जाएगी। उत्तराखंड के इस कदम को अब देश भर में लागू किया जा रहा है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार का फोकस प्रवेश, परीक्षा, परिणाम, एक साथ एक ही दिन छात्र संघ चुनाव व हर साल दीक्षांत समारोह के आयोजन पर है। बतौर मुख्य वक्ता यूजीसी के पूर्व चेयरैमन व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार प्रो.डीपी सिंह विद्यार्थी जीवन के एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं जिसमें कई चुनौतियां है। सच्ची निष्ठा, ईमानदारी व कौालता से कार्य करने पर जरूर सफल होंगे। धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने युवा विद्यार्थियों से अपने लक्ष्यों को हासिल करने के साथ ही एक बेहतर नागरिक बनने का आह्वान किया। कुलपति डा. यूएस रावत ने विवि की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। साथ ही कुलाधिपति महंत देवेन्द्र दास महाराज का संदेश पढ़कर सुनाया। कुलसचिव डा.अजय कुमार खंडूड़ी ने सभी का आभार जताया।
इस मौके पर दून विवि की कुलपति प्रो. सुलेखा डंगवाल, यूसर्क की निदेशक प्रो.अनीता रावत, यूकास्ट के पूर्व महानिदेशक डा.राजेंद्र डोभाल, हिमालय विवि के कुलपति प्रोफेसर जेपी पचौरी, विवि की शैक्षणिक समन्वयक डा.मालविका कांडपाल, डा.आरपी सिंह, लोकेश गंभीर, प्रो.अरुण कुमार, प्रो.कंचन जोशी, डा.सुमन विज, प्रो.कुमुद सकलानी, डा.मनोज गहलौत, डा.दीपक साहनी, मनोज तिवारी, नीता कुकरेती समेत अनेक लोग मौजूद थे।