मूल निवास और भू-कानून को लेकर सभी उत्तराखंडियों से आगे आने का आह्वान
श्रीनगर। उत्तराखंड में मूल निवास और भू-कानून की मांग को लेकर मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के बैनर तले रविवार को मूल निवास स्वाभिमान महारैली निकाली गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने सरकार से मूल निवास और भू-कानून लागू करने की मांग की। सुबह से ही लोग रामलीला मैदान में जुटने शुरू हो गए थे। दोपहर बाद रैली रामलीला मैदान से शुरू होते हुए बदरीनाथ हाईवे से अपर बाजार होते हुए गोला बाजार में जनसभा में तब्दील हुई। रैली में यूकेडी, कांग्रेस, गढ़वाल विवि के छात्र संघ पदाधिकारियों सहित विभिन्न छात्र संगठनों ने अपना समर्थन दिया। रैली में वक्ताओं ने कहा कि मूल निवास व भू-कानून की लड़ाई हर एक निवासी की लड़ाई है। आज हमारी नौकरियां छीनी जा रही हैं। जमीन और सभी तरह के आर्थिक संसाधनों पर बाहरी लोगों का कब्जा हो रहा है। इस तरफ सरकार का ध्यान आकषिर्त करने के लिए सभी को आवाज उठानी पड़ेगी।
इस मौके पर यूकेडी के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि राज्य निर्माण के 23 साल बाद भी सरकारों ने जनता के साथ कुठाराघात किया है। अब राज्य की जनता को इस लड़ाई को लड़ने क लिए फिर से सड़कों पर आने की जरूरत है। कहा कि मूल निवास और सशक्त भू-कानून राज्य के अस्तित्व को बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। राज्य के युवाओं के सुरक्षित भविष्य और जमीन की खरीद फरोख्त रोकने के लिए दोनों महत्वपूर्ण मुद्दों के लिए आमजन को भी आगे आना चाहिए। कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणोश गोदियाल ने कहा कि उत्तराखंड अस्तित्व से पहले उत्तर प्रदेश की सरकार में हमें मूल निवास प्रमाण दिया जाता रहा है, लेकिन उत्तराखंड राज्य गठन के बाद राज्य वासियों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। जो मूल निवासियों के हकों पर कुठाराघात है।
कहा कि उत्तराखंड के अस्तित्व को बचाने के लिए सरकार को सशक्त भू कानून और मूल निवास लागू करना चाहिए। गोदियाल ने कहा कि प्रदेश हित के मुद्दों और राजनीति से ऊपर उठकर आगे आना चाहिए। इस मौके पर भू कानून मूल निवास समिति के संयोजक मोहित डिमरी, सह संयोजक लूसून टोडरिया, कोर सदस्य अरुण नेगी, चन्द्रमोहन चौहान, संजय भट्ट कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, पूर्व केदारनाथ विधायक मनोज रावत, यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कठैत, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पूनम तिवाड़ी, छात्रसंघ अध्यक्ष सुधांशु थपलियाल, रूपेश आंचल, अंकित, अतुल सती, रेशमा पवांर, मोनिका चौहान, पूनम कैंतुरा, समीर रतूड़ी सहित आदि मौजूद थे।