रोडवेज की 106 बीघा में प्रस्तावित आईएसबीटी टर्मिनल का सीएम ने किया निरीक्षण
टनकपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जिले के प्रवेश द्वारा टनकपुर क्षेत्र में प्रस्तावित अन्तरराज्यीय बस अड्डे की भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया गया। परिवहन निगम की 106 बीघा भूमि पर उक्त बस अड्डा 56 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आईएसबीटी के बनने से पर्यटकों व मां पूर्णागिरि धाम आने वाले श्रद्धालुओं व क्षेत्रवासियों को लाभ मिलेगा।
सीएम धामी ने भूमि निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी चम्पावत नरेन्द्र सिंह भण्डारी को आईएसबीटी का निर्माण गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां पहुंचने वाले यात्रियों व श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था पेयजल निर्माण निगम द्वारा बनाए गए डीपीआर और नक्शे का अवलोकन करते हुए जिलाधिकारी से आवश्यक जानकारी हासिल की गई। इसके अलावा भी उन्होंने डीएम से कई विकास कायरे की जानकारी ली और शारदा घाट पर नियमित तौर पर सुंदर तरीके से आरती कराने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री को बताया गया कि आईएसबीटी के निर्माण के लिए पेयजल निर्माण निगम ने डीपीआर तैयार कर ली है। इसके लिए शासन ने करीब 56 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। यहां बता दें कि टनकपुर बस स्टेशन से लंबी दूरी की बसों के अलावा पर्वतीय मागरे पर भी बसें संचालित की जाती हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि बस टर्मिनल बनने पर यहां करीब दो सौ बसें एक साथ खड़ी हो सकेंगी। वहीं स्टेशन में हाईटेक शौचालय व भवनों का निर्माण भी किया जाएगा। यात्रियों की हर सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस नये बस स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। दो बड़े एसी हाल के साथ कैंटीन व दुकानें भी खोली जाएंगी। वहीं मुख्य बाजार व रेलवे क्रासिंग के पास बस स्टेशन की करीब तीन बीघा जमीन में अंडर ग्राउंड पार्किग व ऊ पर मॉल बनाया जाएगा। इसके बनने के बाद यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी तथा डिपो की आय काफी अधिक मजबूत होगी।
मुख्यमंत्री धामी ने जिलाधिकारी से कहा कि पैसे का ठीक तरह से उपयोग हो। बस टर्मिनल में अधिक से अधिक सुविधाएं हों,बच्चों के मनोरंजन के साथ ही विभिन्न सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इसकी डिजाइन अच्छे आर्किटेक्ट से तैयार कराए जाएं। उन्होंने जिलाधिकारी को शारदा घाट क्षेत्र में बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराए जाने के निर्देश भी दिए। जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु यहां आएं और लोगों को रोजगार भी मिले।
उन्होंने कहा कि बस टर्मिनल के बनने के बाद ऐसे प्रयास हों कि लोग मां पूर्णागिरि के दर्शन कर अन्य स्थानों पर घूमने के बाद मां शारदा की आरती कर ही अपने घरों को लौटें। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में मां पूर्णागिरि में श्रद्धालुओं की संख्या 50 लाख के पार पहुंच जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ अनेक अधिकारीगण व पार्टी कार्यकर्तागण मौजूद रहे।