सैनिक कल्याण मंत्री गणोश जोशी ने की घोषणा
पहले उपनल कर्मी की मृत्यु होने पर मिलता था 15 हजारदेहरादून। सैनिक कल्याण मंत्री गणोश जोशी ने उपनल कर्मचारी महासंघ उत्तराखण्ड की जिला कार्यकारिणी के अधिवेशन में नौकरी के दौरान उपनल कर्मी की मृत्यु होने पर 15 हजार रुपए के अनुग्रह अनुदान को एक लाख रुपए मृतक के परिवार को देने की घोषणा की है। इसके अलावा उन्होंने उपनल कर्मचारियों के मांग पत्र पर भरोसा दिलाया कि उनकी सभी मांगों का निवारण किया जाएगा।
रविवार को यमुना कालोनी में आयोजित महासंघ के अधिवेशन में कैबिनेट मंत्री जोशी ने कहा उपनल कर्मचारी उत्तराखंड के प्रत्येक विभाग में कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा सरकार का दायित्व है कि कर्मचारियों की समस्या को सुने और उनकी समस्या का समाधान करें। इस दिशा में सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा उपनल की ओर से प्रायोजन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था से दूरदराज के अभ्यार्थी मोबाइल, लैपटॉप या साइबर कैफे के माध्यम से घर से ही उपनल की वेबसाइट पर प्रायोजन के लिए पंजीकरण करवा रहे है, जिससे उपनल द्वारा प्रायोजन के लिए पारदर्शिता लाई गई है। उन्होंने बताया वर्तमान में उपनल द्वारा 24000 अभ्यार्थियों का प्रायोजन किया जा चुका है।
इसके साथ ही वर्तमान में उपनल कर्मचारियों के बीजक उपनल की वेबसाइट द्वारा पोर्टल के माध्यम से दर्शाया जा रहे हैं, जिससे उपनल कर्मचारियों के बीजक बनाने में गति आई है एवं मानदेय का भुगतान ठीक समय पर किया जा रहा है। अधिवेशन में सभापति विजयराम खकरियाल, उपनल महासंघ प्रदेश अध्यक्ष विनोद गोदियाल, महामंत्री विनय प्रसाद, महेा भट्ट, मनोज सेमवाल, उपाध्यक्ष राकेश राणा, कोषायक्ष गरिमा डोभाल, सचिव नरेश शाह सहित कई लोग उपस्थित थे।
पहले उपनल कर्मी की मृत्यु होने पर मिलता था 15 हजारदेहरादून। सैनिक कल्याण मंत्री गणोश जोशी ने उपनल कर्मचारी महासंघ उत्तराखण्ड की जिला कार्यकारिणी के अधिवेशन में नौकरी के दौरान उपनल कर्मी की मृत्यु होने पर 15 हजार रुपए के अनुग्रह अनुदान को एक लाख रुपए मृतक के परिवार को देने की घोषणा की है। इसके अलावा उन्होंने उपनल कर्मचारियों के मांग पत्र पर भरोसा दिलाया कि उनकी सभी मांगों का निवारण किया जाएगा।
रविवार को यमुना कालोनी में आयोजित महासंघ के अधिवेशन में कैबिनेट मंत्री जोशी ने कहा उपनल कर्मचारी उत्तराखंड के प्रत्येक विभाग में कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा सरकार का दायित्व है कि कर्मचारियों की समस्या को सुने और उनकी समस्या का समाधान करें। इस दिशा में सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा उपनल की ओर से प्रायोजन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था से दूरदराज के अभ्यार्थी मोबाइल, लैपटॉप या साइबर कैफे के माध्यम से घर से ही उपनल की वेबसाइट पर प्रायोजन के लिए पंजीकरण करवा रहे है, जिससे उपनल द्वारा प्रायोजन के लिए पारदर्शिता लाई गई है। उन्होंने बताया वर्तमान में उपनल द्वारा 24000 अभ्यार्थियों का प्रायोजन किया जा चुका है।
इसके साथ ही वर्तमान में उपनल कर्मचारियों के बीजक उपनल की वेबसाइट द्वारा पोर्टल के माध्यम से दर्शाया जा रहे हैं, जिससे उपनल कर्मचारियों के बीजक बनाने में गति आई है एवं मानदेय का भुगतान ठीक समय पर किया जा रहा है। अधिवेशन में सभापति विजयराम खकरियाल, उपनल महासंघ प्रदेश अध्यक्ष विनोद गोदियाल, महामंत्री विनय प्रसाद, महेा भट्ट, मनोज सेमवाल, उपाध्यक्ष राकेश राणा, कोषायक्ष गरिमा डोभाल, सचिव नरेश शाह सहित कई लोग उपस्थित थे।