देहरादून। यूकेएसएसएससी पेपर लीक केस को लेकर प्रदेश भर में युवाओं का विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. इस मामले पर जमकर राजनीति भी हो रही है। युवाओं के प्रदर्शन को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा बयान दिया है।
सीएम धामी ने कहा कि इस आंदोलन का राजनीतिकरण किया जा रहा है, जहां देशद्रोह के नारे भी लग रहे है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि उन्होंने बीते रोज भी युवाओं से कहा था कि ये उन्हें तय करना है कि उनका आंदोलन चलाने वाले कौन लोग है। आखिर उनके आंदोलन से कारण युवाओं को सड़क पर लाकर कौन लोग अपने हित साध रहे है। किन लोगों ने इस मामले का पूरी तरह से राजनीतिकरण कर दिया है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि आंदोलन ऐसे लोग चला रहे है, जिनका न तो युवाओं और न ही भर्ती परीक्षाओं के कोई लेना देना है, वो लोग केवल अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते है। लेकिन सरकार की प्रतिबद्धता है कि जैसे उन्होंने 25 हजार नियुक्तियां पारदर्शिता के आधार पर की है, बिना भ्रष्टाचार के की है, उनकी सरकार संकल्प के साथ इस क्रम का आगे बढ़ाएंगी. उनका संकल्प है कि भर्ती कैलेंडर भी जारी होगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि हाईकोर्ट के जज की निगरानी में एसआईटी मामले की जांच करेगी। एक महीने के भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से रोक दिया है। इस दौरान कोई परिणाम आने वाला नहीं है।
एसआईटी की जांच में जो भी सामने आएगा, उसी आधार पर छात्रों के हित में निर्णय लिया जाएगा। लेकिन ये भी दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों को आड़ में सरकार को निशाना बनाया जा रहा है, उसका राजनीतिकरण किया जा रहा है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आंदोलन में देशद्रोह के नारे लगाए जा रहे है। सनातन धर्म का अपमान किया जा रहा है। इसलिए इस मामले में युवाओं को भी सोचना है। वैसे राज्य के युवा बहुत विवेकशील है। यहां का युवा राष्ट्रवादी भी है।
उत्तराखंड देवभूमि भी है। निश्चित रूप से देवभूमि के लोग विचार कर आगे बढ़ेंगे। सीएम धामी ने ये बयान देहरादून में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से पूछ गए सवालों के जवाब में दिया।