आईएफएस सुशांत पटनायक के घर मिले नोटो के बंडल

करोड़ों की सूचना, नोट गिनने वाली मंगाई दो मशीने
देहरादून। आजकल चर्चाओं में बने आईएफएस सुशांत पटनायक के घर ईडी के छापेमारी में नोटों के बंडलद्म मिलने की सूचना है। बताया गया है कि करोड़ों रूपये गिनने जब एक मशीन पर भारी पड़ गए तो ईडी टीम को नोट गिनने के लिए दूसरी मशीन मंगवानी पड़ गई।

प्रदेश में आजकल सर्वाधिक चर्चित अधिकारी  आईएफएस सुशांत पटनायक के घर भी बुधवार को ईडी ने छापेमारी की है। सूत्रों के  हवाले से खबर है कि छापेमारी में ईडी की टीम को उम्मीद से ज्यादा मिल गया। बताया गया हे कि ईडी की टीम टाइगर सफारी परियोजना के तहत कार्बेट पार्क के पाखरो रेंज में अवैध पेड़ कटान और निर्माण के संबंध में कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के तार जोड़ने पटनायक के घर पंहुची थी।  ईडी की टीम को वहां करोड़ों रुपये मिलने की उम्मीद ही नहीं थी।

बताया गया है कि पटनायक के घर पर मिली करोड़ों की नकदी की गिनती के लिए ईडी ने नोट गिनने की दो मशीनें मंगवाई । ईडी टीम ने पटनायक के घर समेत पटनायक के अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है। टीम ने पटनायक से पूछताछ भी की गई है। ईडी की टीम पटनायक के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को कब्जे में लिया है।  पटनायक वैसे भी इन दिनों उत्तराखंड में वन विभाग की महिला कर्मचारी से अभद्रता करने के आरोपों के बाद चर्चाओं में बने हुए हैं।  कुछ दिन पहले ही उनको  शासन ने पर्यावरण नियंतण्रबोर्ड के डायरेक्टर पद से हटाकर वन विभाग के मुख्यालय में अटैच कर दिया था।  सूत्रों का कहना है कि ईडी टीम के लिड यह बड़ी बात है कि उनको सुशांत पटनायक के घर से करोड़ों की बरामदगी हुई है।

बताया गया है कि प्रदेश में कई अधिकारी आय से अधिक संपत्ति को लेकर ईडी के रडार पर हैं। क्योंकि हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापे के मामला था तो उन्होंने उन अधिकारियों को भी लपेट लिया जो कभी हरक के खास थे या आरोपों में साथ थे। किशनचंद ने भी  एक जमाने में हरक के साथ ही अन्य कई राजनेताओं और अधिकारियों के साथ गलबहियां की है और कई बार उनके खिलाफ शिकायतें भी हुई हैं। क्योंकि  ईडी की ये छापेमारी आय से अधिक संपत्ति मामले में चल रही है। इनमें काब्रेट टाइगर रिजर्व से जुड़ा मामला भी है। कालागढ़ रेंज में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था। मोरघट्टी और पाखरो कटान व  अवैध निर्माण का भी मामला जांच में सामने आया। यहां बड़ी संख्या में हरे पेड़ कटवाने का आरोप है। उस दौरान हरक सिंह रावत उत्तराखंड के वन मंत्री थे।

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