शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को वेटिंग लिस्ट भी अपडेट रखने को कहा
449 प्रवक्ताओं में से अधिकतर को दुर्गम व दूरस्थ विद्यालयों में भेजा
देहरादून। पिछले दिनों लोक सेवा आयोग के चयनित हुए 449 प्रवक्ताओं में से अधिकतर को दुर्गम व दूरस्थ क्षेत्र के विद्यालयों में तैनाती देने के बाद शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने अविलंब सभी से ज्वाइन करने को कहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि नव नियुक्त प्रवक्ताओं को ज्वाइनिंग के लिए अधिक समय न दिया जाए।
डा. रावत ने साफ कर दिया है कि ज्वाइनिंग के लिए विशेष परिस्थितियां होने की स्थिति में ही 25 से 28 दिन का समय विस्तार किया जाए। यदि उक्त अवधि में कोई शिक्षक ज्वाइन न करे तो विद्यालय व छात्र हित में प्रतीक्षा सूची से अन्य प्रवक्ताओं को नियुक्ति दे दी जाए। उन्होंने अधिकारियों को वेटिंग लिस्ट भी अपडेट रखने को कहा है ताकि आवश्यकता पड़ने पर इस सूची में से शिक्षकों की पूर्ति की जा सके।
उन्होंने पिछले दिनों विभागीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि हर हाल में 15 अगस्त से पहले नियुक्ति पत्र जारी कर दिये जाएं। यही नहीं दूरस्थ क्षेत्र के विद्यालयों को शिक्षक भेजने के अपने वायदे पर भी वे कायम रहे और ज्यादातर को दूरस्थ व दुर्गम में ही तैनाती दी गयी है। बालिका इंटर कालेजों के लिए चुनी गयी प्रवक्ताओं को छोड़ दिया जाए तो सामान्य शाखा के अधिकतर प्रवक्ताओं को दूरस्थ विद्यालयों में ही तैनादी दी गयी है। तैनाती सूची का अवलोकन करने पर साफ दिख रहा है कि सामान्य शाखा के प्रवक्ताओं को जिला, तहसील व ब्लाक मुख्यालयों में भी तैनाती नहीं मिल पायी। कमोवेश सभी नव नियुक्त प्रवक्तागण विकास खंडों के दूरस्थ क्षेत्रों में गये हैं।
दूरस्थ विद्यालयों में नही रहेगी शिक्षकों की कमी : डा. धन सिंह रावत ने कहा सरकार की प्राथमिकता सबको समान शिक्षा व्यवस्था देने की है। इसलिए प्रयास किया गया है कि दूरस्थ व दुर्गम के स्कूलों में शिक्षक अवश्य पहुंचें। अभी एलटी के शिक्षकों का चयन होना है। उसमें भी हमारी यही कोशिश रहेगी कि दूरस्थ क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरी की जा सके। अधिकारियों को भी इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं।
449 प्रवक्ताओं में से अधिकतर को दुर्गम व दूरस्थ विद्यालयों में भेजा
देहरादून। पिछले दिनों लोक सेवा आयोग के चयनित हुए 449 प्रवक्ताओं में से अधिकतर को दुर्गम व दूरस्थ क्षेत्र के विद्यालयों में तैनाती देने के बाद शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने अविलंब सभी से ज्वाइन करने को कहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि नव नियुक्त प्रवक्ताओं को ज्वाइनिंग के लिए अधिक समय न दिया जाए।
डा. रावत ने साफ कर दिया है कि ज्वाइनिंग के लिए विशेष परिस्थितियां होने की स्थिति में ही 25 से 28 दिन का समय विस्तार किया जाए। यदि उक्त अवधि में कोई शिक्षक ज्वाइन न करे तो विद्यालय व छात्र हित में प्रतीक्षा सूची से अन्य प्रवक्ताओं को नियुक्ति दे दी जाए। उन्होंने अधिकारियों को वेटिंग लिस्ट भी अपडेट रखने को कहा है ताकि आवश्यकता पड़ने पर इस सूची में से शिक्षकों की पूर्ति की जा सके।
उन्होंने पिछले दिनों विभागीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि हर हाल में 15 अगस्त से पहले नियुक्ति पत्र जारी कर दिये जाएं। यही नहीं दूरस्थ क्षेत्र के विद्यालयों को शिक्षक भेजने के अपने वायदे पर भी वे कायम रहे और ज्यादातर को दूरस्थ व दुर्गम में ही तैनाती दी गयी है। बालिका इंटर कालेजों के लिए चुनी गयी प्रवक्ताओं को छोड़ दिया जाए तो सामान्य शाखा के अधिकतर प्रवक्ताओं को दूरस्थ विद्यालयों में ही तैनादी दी गयी है। तैनाती सूची का अवलोकन करने पर साफ दिख रहा है कि सामान्य शाखा के प्रवक्ताओं को जिला, तहसील व ब्लाक मुख्यालयों में भी तैनाती नहीं मिल पायी। कमोवेश सभी नव नियुक्त प्रवक्तागण विकास खंडों के दूरस्थ क्षेत्रों में गये हैं।
दूरस्थ विद्यालयों में नही रहेगी शिक्षकों की कमी : डा. धन सिंह रावत ने कहा सरकार की प्राथमिकता सबको समान शिक्षा व्यवस्था देने की है। इसलिए प्रयास किया गया है कि दूरस्थ व दुर्गम के स्कूलों में शिक्षक अवश्य पहुंचें। अभी एलटी के शिक्षकों का चयन होना है। उसमें भी हमारी यही कोशिश रहेगी कि दूरस्थ क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरी की जा सके। अधिकारियों को भी इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं।