बादल फटने से रात भर रतजगा रहे लोग
थराली। बीते 13 अगस्त की रात बादल फटने की घटना से अभी थराली के आपदा पीड़ित उबरे भी नही थे कि गुरुवार की फिर फटे बादलों से लोग मुश्किल में घिर गए हैं। इसके चलते फिर प्राणमती एवं पिंडर नदियों का जलस्तर बढ़ने पर थराली तथा प्राणमती नदी से सटे ग्रामीण दहशत के बीच रतजगा रहे।बीती रात एक बार फिर से ऊंचाई वाले इलाकों में बादल फटने के बाद अचानक प्राणमती व पिंडर नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा। इससे आपदा पीड़ित थराली नगर क्षेत्र के निवासियों के अलावा थराली गांव, कोटडीप, राड़ीबगड़, केदारबगड़ के लोगों ने पूरी रात जाग कर गुजारी। इस दौरान पुलिस प्रशासन भी सतर्क बना रहा। प्राणमती नदी ने एक बार फिर से थराली में पिछले दिनों की बर्बादी को और बढ़ा कर रख दिया।
थराली। बीते 13 अगस्त की रात बादल फटने की घटना से अभी थराली के आपदा पीड़ित उबरे भी नही थे कि गुरुवार की फिर फटे बादलों से लोग मुश्किल में घिर गए हैं। इसके चलते फिर प्राणमती एवं पिंडर नदियों का जलस्तर बढ़ने पर थराली तथा प्राणमती नदी से सटे ग्रामीण दहशत के बीच रतजगा रहे।बीती रात एक बार फिर से ऊंचाई वाले इलाकों में बादल फटने के बाद अचानक प्राणमती व पिंडर नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा। इससे आपदा पीड़ित थराली नगर क्षेत्र के निवासियों के अलावा थराली गांव, कोटडीप, राड़ीबगड़, केदारबगड़ के लोगों ने पूरी रात जाग कर गुजारी। इस दौरान पुलिस प्रशासन भी सतर्क बना रहा। प्राणमती नदी ने एक बार फिर से थराली में पिछले दिनों की बर्बादी को और बढ़ा कर रख दिया।
पिछले दिनों थराली नगर क्षेत्र के खडरियो तोक में प्रेम बुटोला, राधा देवी की क्षतिग्रस्त मकानों में और मलवा पत्थर भर गया वहीं धीरेंद्र सिंह एवं बलराम बहुगुणा की मकानों में फिर से मलवा आने से मुश्किल दूर नहीं हो रही है। थराली गांव के नीचे शिव मंदिर को भी मलवे ने ढकदिया है। जोरदार गर्जनाओं के साथ तेज बारिश एवं नदियों के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए उपजिलाधिकारी रविंद्र जुवांठा, तहसीलदार प्रदीप नेगी, थाना प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह रावत अपनी-अपनी टीमों के साथ लोगों को सतर्क करने रात को ही सड़कों पर उतर आए।