अल्मोड़ा। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि राज्य स्थापना के दिन नौ नवंबर को इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (आईओए) की ओर से उत्तराखंड को 38 वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन कराने को झंडा हैंडोवर किया गया। जो निश्चित ही पूरे प्रदेश के लिए गौरव का क्षण है। यह खुशी देने के साथ जिम्मेदारी का भी एहसास कर रहा है। अगले साल होने वाले खेलों के लिए सरकार की ओर से नब्बे से पिचानब्बे प्रतिशत काम हो चुके है।
यह बात वृहस्पतिवार को विकास भवन में विकसित भारत संकल्प यात्रा के वाहन को हरी झंडी दिखाने के बाद संक्षिप्त पत्रकार वार्ता के दौरान कही। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने दावा करते हुए कहा कि अगले साल अक्टूबर और नवंबर के मध्य में उत्तराखंड 38 वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन भव्य आयोजन करेगा। उन्होंने कहा कि खेल, खिलाड़ी व संसाधन जुटाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। बकायदा, सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुईं कैबिनेट मिटिंग के दौरान राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए एक हाई पॉवर कमेटी का गठन भी कर लिया गया है।
जो खेलों के आयोजन को लेकर हर क्षेत्र में आ रही चुनौतियां, समस्याओं व कमियों को पूरा करने के लिए काम लगातार कर रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी क्षेत्र अब अधूरा नहीं छूटेगा। आयोजन को लेकर लगभग नब्बे से पिचानब्बे फीसदी काम पूरा हो चुका है। कहा कि खेलों के आयोजन के लिए किसी प्रकार के बजट की कोई कमी नहीं है। वहीं शिक्षकों के आंदोलन को लेकर पूछे सवाल के जवाब में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी को उनके द्वारा आग्रह किया गया है। तत्काल शिक्षकों के मामले में संज्ञान लेकर मामले का निस्तारण किया जाए।
उन्होंने कहा कि शिक्षा को यदि कोई ग्रहण योग्य बनती है तो वह खेल है। खेल शिक्षा का अभिन्न अंग है, शिक्षकों के धरने के चलते सारी गतिविधियां डिले हुईं है। खेल महाकुंभ चाहे वह न्याय पंचायत स्तर पर हो या फिर ब्लॉक स्तर पर हो, इसीलिए उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि खेलों को अन्य कार्य न समझकर शिक्षा के अंग के तौर पर समझकर काम करें इसके लिए संवेदनशील, विवेकीशील बनकर काम करने की जरूरत है।