चुनावी रंजिश में पीट-पीटकर हत्या का आरोप, चार गिरफ्तार

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डीडीहाट के तल्ली भैंसोड़ी में 13 फरवरी की रात हुई घटना
पिथौरागढ़। चुनावी माहौल में जनपद के डीडीहाट तहसील में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि चुनावी रंजिश में एक दलित व्यक्ति को पत्थरों से बुरी तरह पीट दिया गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। इधर परिजनों ने बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी होने तक शव को न उठाने की बात कही, जिससे हंगामे की स्थिति बाद हो गई। राजस्व पुलिस के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार करने के बाद परिजन माने और शव गांव को ले गए, वहीं डीडीहाट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप पाल ने राजस्व पुलिस की जांच पर असंतोष जताते हुए इसे सीधे हत्या करार दिया है और कैबिनेट मंत्री बीएस चुफाल के समर्थकों पर हत्या करने का आरोप लगाया है।
  जानकारी के अनुसार डीडीहाट तहसील में पट्टी भैंसोड़ी में स्थित ग्राम तल्ली भैंसोड़ी निवासी रामी राम (45) पुत्र तेजराम को गांव के ही कुछ लोगों ने बीती 13 फरवरी की रात को घर से कुछ दूर पार्टी के लिए बुलाया। बताया जा रहा कि इस दौरान कुछ लोगों ने रामी राम पर अपने पार्टी प्रत्याशी का समर्थन करने और उसे ही वोट देने का दबाव डालने की कोशिश की गई। इसी मसले को लेकर रामी राम की पिटाई शुरू कर दी गई और उस पर पत्थरों से हमला किया गया जिसके चलते रामी राम गंभीर रूप से घायल हो गया। मामले की सूचना मिलने पर परिजन रात में रामी राम को जिला अस्पताल लेकर आए। हालत गंभीर होने पर उसे डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान बुधवार को बरेली रामी राम की मौत हो गई।
शव बृहस्पतिवार को जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ लाया गया, वहीं मृतक की मां चंद्रा देवी ने मामले में हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर राजस्व पुलिस को दी। मामले की जांच कर रहीं तहसीलदार डीडीहाट मनीषा बिष्ट ने बताया कि परिजनों ने मामले की तहरीर 16 फरवरी को दी, जब पीड़ित आईसीयू में भर्ती किया गया। उन्होंने बताया कि फिलहाल आईपीसी की धारा 307 में मुकदमा दर्ज कर तल्ली भैंसोड़ी गांव के रहने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए आरोपितों में से एक दलित समुदाय का ही व्यक्ति है।
कांग्रेस नेता प्रदीप पाल ने राजस्व पुलिस की जांच पर संदेह जताते हुए कहा कि जब साफ साफ पीट पीटकर हत्या का मामला है तो हत्या के प्रयास के मुकदमे का क्या मतलब है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री के दबाव में पुलिस पर मामले का हल्का करने का आरोप लगाया और कहा कि घटना की सूचना 15 फरवरी को ही पुलिस को दे दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। साथ ही कहा कि अगर मामले में गंभीरता से कार्रवाई नहीं हुई तो वह कार्यकर्ताओं के साथ सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।
दूसरी ओर इस मामले में कैबिनेट मंत्री और डीडीहाट से बीजेपी प्रत्याशी बिशन सिंह चुफाल का पक्ष उपलब्ध नहीं हो पाया वहीं आजाद समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कार्तिक टम्टा ने मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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