हल्द्वानी में शुरू हुआ लिटरेचर फेस्टिवल, सीएम ने जारी किया वीडियो संदेश

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हल्द्वानी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच हल्द्वानी में दो दिवसीय लिटरेचर फेस्टिवल शुरू हो गया हैं। इसका शुभारंभ पद्मश्री डा.यशोधर मठपाल ने किया। कार्यक्रम की सफलता के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो संदेश प्रेषित किया। फेस्टिवल में चालीस से अधिक कथाकार उपन्यासकार लेखक हिस्सा ले  रहे हैं। इसका समापन रविवार को होगा।

शनिवार को डीपीएस के आडिटोरियम में साहित्य उत्सव में एथिकल हैकर अंशुल सक्सेना ने साईंबर वार और नेशनल सिक्योरिटी से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी दी तो पद्मश्री यशोधर मठपाल ने पुरातत्व के बारे में कई जानारिया साझा की। कार्यक्रम के पहले सत्र में ‘ सोशल मीडिया का बदलता स्वरूप’ पर अंशुल सक्सेना और वैभव पांडे ने चर्चा की। इसके बाद वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी ललित मोहन रयाल, डा.चंद्रशेखर जोशी और पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद साह ने कहानी उपन्यास और गद्य पर चर्चा की। ‘‘भारतीय इतिहास और विवाद‘‘ सत्र में लेखक सबरीश पीए और लेखक शांतनु गुप्ता के साथ पंचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने किया।

इसके बाद उपन्यास और महिलाओं का दर्द सत्र में लेखक मंजू पांडे उदिता, लेखक कंचन पंत और मंजरी बल्यूटिया ने  समाज में महिलाओं के दर्द को साहित्य और उपन्यास में लिखकर उनके प्रति सोच बदलने पर चर्चा की। इस बीच मीडिया सत्र में न्यूज एंकर अनुराग पुनेठा, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष सिंह, न्यूज एंकर प्रीति बिष्ट और पंचजन्य के सोशल मीडिया संपादक अंबुज ने मीडिया की प्रतिष्ठा पर उठ रहे सवालों को लेकर गंभीर चर्चा की । कुमाऊं का साहित्य और लेखक विषय पर प्रसिद्ध कथाकार और लेखक लक्ष्मण सिंह विद्रोही लेखक मनोज पांडे और पहाड़ी संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हेम पन्त द्वारा कुमाऊ नी के इतिहास और साहित्य और उस पर लिखे गए लेखन पर विस्तार से चर्चा की । साथ ही लेखक मनोज पांडे द्वारा एक रूसी यात्री कुमाऊ  में का भी प्रेजेंटेशन दिया गया।  डिजिटल और साहित्य सत्र में पुस्तकों के डिजिटलाइजेशन को लेकर बुक र्वल्ड के संचालक व प्रकाशक रणधीर अरोरा, वरिष्ठ पत्रकार गणोश जोशी और लेखक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने किताबों के डिजिटाइजेशन पर चर्चा की। युवा और साहित्य  सत्र में लेखक महेश दत्त और शिक्षाविद मनमोहन जोशी ने चर्चा की। संचालन स्वाति कपूर व प्रीति बिष्ट ने किया ।
इस मौके पर आयोजक प्रमुख दिनेश मानसेरा, भूमेश अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, डीपीएस की प्रधानाचार्य रंजना साही, अवनीश राजपाल, दिनेश पांडे, राजीव वाही, उमंग वासुदेवा, राजीव बग्गा, मनमोहन जोशी, अर्पिता जोशी, हिमानी मेर, मनीषा शाह समेत तमाम लोग मौजूद थे।

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