हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के 23706 छात्र-छात्राएं होंगे शामिल
यह योजना प्रदेश में पहली बार शुरू की गई है, जिसमें वर्ष 2022-23 में उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं में अनुत्तीर्ण छात्र-छात्राएं अपने परीक्षाफल को सुधार सकेंगे। परीक्षा का आयोजन प्रदेश के सभी विकासखंडों के 96 परीक्षा केन्द्रों पर किया जा रहा है, जिसमें हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के 23,706 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि परीक्षाफल बेहतर करने के लिए आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं को अग्रिम शुभकामना दी हैं।
उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में परीक्षाफल सुधार के दृष्टिगत राज्य सरकार की नई पहल है। जिसके तहत 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण होने का एक मौका दिया जा रहा है। इस परीक्षा का लाभ ऐसे परीक्षार्थी भी ले सकते हैं, जो किसी विषय में कम अंक लाये हों। उन्होंने बताया कि प्राय: कई छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा स्कोर तो कर देते थे, लेकिन किसी एक या दो विषय में फेल हो जाते थे, जिससे उनका साल बर्बाद हो जाता था।
छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुये परीक्षाफल सुधार परीक्षा में परीक्षार्थी हाईस्कूल में अधिकतम दो विषयों तथा इंटरमीडिएट में एक विषय में परीक्षा देने की सुविधा दी गयी है। इस परीक्षा के लिए सभी विकासखंडों में एक-एक परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं जबकि ऊधमसिंहनगर के रूद्रपुर विकासखंड में अधिक परीक्षार्थी होने के कारण दो परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं।