ह़ल्द्वानी। 8 फरवरी को नैनीताल जिले के हल्द्वानी स्थित बनभूलपुरा में सरकारी भूमि पर से अतिक्रमण हटाने के दौरान उपद्रवियों ने हिंसा कर दी थी। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को आग लगाकर पुलिसकर्मियों को जलाकर मारने की कोशिश हुई थी। अनेक वाहनों को आग लगाकर नष्ट कर दिया गया था।
इस हिंसा में कई लोगों की मौत हुई थी, बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। पुलिस ने 107 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया था। अब्दुल मलिक को हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया गया था। अब अब्दुल मलिक की संपत्ति की जांच ईडी को सौंप दी गई है। बनभूलपुरा हिंसा का मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक अभी नैनीताल जिला कारागार में बंद है। अब्दुल मलिक की एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं।
राज्य सरकार ने भी मलिक शिकंजा और कसना शुरू कर दिया है। अब्दुल मालिक की संपत्ति की जांच अब ईडी करेगी। पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रवर्तन निदेशालय भारत सरकार से मलिक के खिलाफ जांच करने की संस्तुति की गई है। बताया जा रहा है कि अब्दुल मलिक ने (कंपनी बाग) मलिक का बगीचा वाली सरकारी भूमि को अवैध रूप से कब्जा कर लोगों को ₹10 और ₹ ₹100 के स्टांप पेपर पर लाखों और करोड़ों रुपए में बेचकर संपत्ति को अर्जित।
सूत्रों के अनुसार जांच पड़ताल में सामने आया कि 2017 के बाद से अब्दुल मलिक ने बड़े पैमाने पर सरकारी भूमि को बेचने का काम किया। जमीन खरीदने वालों के पास इतने पैसे कहां से आए और उन पैसों को अब्दुल मलिक ने कहां ठिकाना लगाया, इसकी पूरी जांच अब ईडी करेगी।
यही नहीं जांच पड़ताल में यह भी सामने आया है कि जिन लोगों को जमीन बेची गयी, उनको बिना कागजात के ही बिजली पानी के कनेक्शन दिए गए. जांच के बाद कई अधिकारियों के ऊपर भी अब सवाल खड़े हो रहे हैं, जिन्होंने इस तरह की लापरवाही बरती है।