देहरादून। वर्तमान में चल रही तीन भर्ती परीक्षाओं की जांच के बीच एक और भर्ती संदेह के घेरे में आ गई है। करीब सात साल पहले एक निगम में कुछ जूनियर अभियंता इसके माध्यम से भर्ती हुए थे। एसटीएफ ने एक निगम से इस भर्ती के संबंध में जानकारी जुटाई है। हालांकि, इस मामले में जांच कब शुरू होगी, यह कुछ दिन बाद ही पता चलेगा।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक की जांच के दौरान कई तथ्य सामने आए हैं। इसके तहत, तीन अन्य भर्तियों के बारे में पहले ही जांच के आदेश हो चुके हैं। वहीं, अब एक निगम में जूनियर इंजीनियरों की भर्ती भी संदेह के घेरे में आ गई है। एक इंजीनियर दंपती का नाम पहले से ही सामने आ रहा था।
सूत्रों के अनुसार, अब इस मामले में एसटीएफ की टीम ने निगम में जाकर भर्ती हुए लोगों की जानकारी जुटाई है। यह दंपती उत्तरकाशी क्षेत्र का रहने वाला है। वर्ष 2015 में हुई भर्ती के दौरान इन्होंने नौकरी पाई थी। इसके अलावा बिजनौर के धामपुर से गिरफ्तार हुए जूनियर इंजीनियर ललित की पत्नी भी इसी भर्ती में पास हुई बताई जा रही है। वह रुड़की की रहने वाली हैं। अब इस मामले में भी जांच टीम ने जांच शुरू कर दी है।