देहरादून। महिला उत्पीड़न, भ्रष्टाचार समेत विभिन्न मुद्दों पर सोमवार को कांग्रेस ने उत्तराखंड सरकार के खिलाफ सचिवालय कूच किया।
चकराता विधायक व पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर प्रदेशभर से आए कार्यकर्ता रेंजर्स ग्राउंड में जुटे। यहां सभा के बाद कार्यकर्ताओं ने दर्शन लाल चैक, घंटाघर और एश्लेहाल होते हुए सचिवालय कूच किया।सचिवालय के समीप कांग्रेसियों के जुलूस के पहुंचने पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। जिस पर कई कांग्रेस नेता बैरिकेडिंग पर चढ़ गए। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में नोक झोंक भी हुई। इतना ही नहीं कुछ प्रदर्शनकारी ढोल-दमाऊ के साथ प्रदर्शन करने पहुंचे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था।
इस दौरान पूर्व मंत्री डाक्टर हरक सिंह रावत ने कि आज राज्य गठन के लिए अपना बलिदान देने वाले आंदोलनकारियों की आत्मा रो रही होगी। वनन्तरा प्रकरण, यूकेएसएसएसई भर्ती घोटाले में सरकार की नाकामी झलकती है। छावला दुष्कर्म में पीड़िता को न्याय नहीं मिला। कहा कि उत्तराखंड को बनाने की लड़ाई लड़ी थी, अब उत्तराखंड को बचाने की लड़ाई लड़नी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि जनता ने भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने का मौका दिया। लेकिन पिछले करीब 9 माह में सत्ता में बैठे लोगों ने राज्यवासियों को वो जख्म दिए हैं जो जल्दी नहीं भरेंगे। कहा कि सरकार दिशाविहीन है और उसे जनता से कोई सरोकार नहीं रह गया है। जनता का अहित कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी। पार्टी जनता की आवाज पुरजोर ढंग से उठाएगी। जरूरत पड़ी तो इस संघर्ष को और तेज किया जाएगा।
इस बाबत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल भास्कर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ देश में क्षेत्रवाद,जातिवाद,संप्रदायवाद का पाठ पढाकर देश को गुमराह करने का काम कर रही है। जो कि देश की एकता और अखण्डता के लिए सबसे बड़ी खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा कि देश को एकता के सूत्र में पिरोहकर ही हम दुनियां में उच्च मुकाम हासिल कर सकते है। यह देश की जनता को अब समझना होगा। नही तो देश आपसी फूट की गर्त में समा जाएगा।