देहरादून। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले तीन दिन मैदानों में मौसम शुष्क और पहाड़ों में आंशिक बादल रह सकते हैं। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें व ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि, 19 अप्रैल को पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा और ओलावृष्टि को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
अप्रैल के पहले पखवाड़े में दून का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। पिछले सात साल में अप्रैल में पहले 15 दिन में पारा कभी 36.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं गया। वर्ष 2016 में ही दून में अप्रैल के पहले पखवाड़े में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। ऐसे में इस बार आने वाले दिनों में पारे के नए कीर्तिमान स्थापित करने की आशंका है।
वहीं सीमांत पिथौरागढ़ जिले में शनिवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। हिमनगरी मुनस्यारी सहित तहसील के अन्य क्षेत्रों में तेज अंधड़ चली। गांधीनगर गांव में दो मकानों के रसोइघर की टिन की छत उड़ गई। पैंकुती गांव में दो बिजली पोल गिर गए।
वहीं सीमांत पिथौरागढ़ जिले में शनिवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। हिमनगरी मुनस्यारी सहित तहसील के अन्य क्षेत्रों में तेज अंधड़ चली। गांधीनगर गांव में दो मकानों के रसोइघर की टिन की छत उड़ गई। पैंकुती गांव में दो बिजली पोल गिर गए।
जंगलों में कई वृक्ष धराशायी हो गए। तेज हवाओं के चलते लगभग एक घंटे तक मौसम का रौद्र रूप रहा। इस दौरान हल्की वर्षा हुई। वहीं उच्च हिमालय में हिमपात हो रहा है। धारचूला में भी तेज वर्षा हुई। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की ओलावृष्टि हुई।