ऋषिकेश। वैसे तो हमेशा हाथी आबादी वाले क्षेत्रो में उत्पात मचाने के लिए मशहूर है। जिससे हमेशा दहशत का माहोल बनता है। रविवार सुबह ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओणी बैंड से तीन किलोमीटर आगे एक गज परिवार सड़क पार करने के लिए ट्रैफिक रुकने का इतंजार करते दिखाई दिया और जैसे ही ट्रैफिक रुका वह सड़क पार कर जंगल में चले गए। हाथियों की इस सभ्य हरकत को देखकर हर कोई उनका कायल होता नजर आया।
हालांकि हाईवे पर गज परिवार के आ धमकने से हड़कंप मच गया। कुछ देर के लिए दोनों और यातायात ठहर गया। गज परिवार हाईवे को पार कर खाई में उतरते हुए जंगल की ओर चला गया। गजराज परिवार की इस सभ्य गतिविधि को देखकर हर कोई रोमाचित हो गया।
रविवार प्रातः करीब सात बजे गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओणी बैंड से करीब तीन किलोमीटर आगे नरेंद्रनगर की ओर हाईवे के ऊपर चार हाथियों का झुंड नजर आया। इनमें दो वयस्क और दो गज शिशु शामिल थे। यह झुंड हाईवे पार करने की कोशिश में काफी देर तक सड़क के ऊपर ढलान पर खड़ा रहा।
ट्रैफिक होने के कारण काफी देर तक गज परिवार यही ठहरा रहा। जब दोनों और ट्रैफिक रुक गया, तब दोनों वयस्क हाथियों ने शिशुओं को अपने सुरक्षा घेरे में लेते हुए हाईवे को क्रॉस किया। जंगल की ओर खाई में उतरते हुए गज परिवार ढालवाला जंगल में दाखिल हो गया।
इस बीच राहगीरों में हड़कंप मचा रहा। इतने ऊंचे पहाड़ी क्षेत्र में गज परिवार की आमद से हर कोई अचरज में था। कुछ लोग ने विभाग को भी इसकी सूचना दी।
वहीं ऋषिकेश नरेंद्र नगर क्षेत्र में अगले 25 से 28 मई तक जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाना है। जी 20 शिखर सम्मेलन के लिए इस क्षेत्र में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी रूट से जी 20 शिखर सम्मेलन में आने वाले विदेशी मेहमानों को गंगा आरती के लिए ऋषिकेश पहुंचना है। जिसके लिए इस मार्ग को भी दुरुस्त किया जा रहा है। मार्ग में दीवारों पर चित्रकारी की गई है। विभिन्न जगह पौधारोपण किया गया है। अब इस क्षेत्र में हाथी की आमद ने प्रशासन की चिंता भी बढ़ा दी है।