हरिद्वार। खातेधारक के फर्जी हस्ताक्षर कर खाते से पांच लाख रूपये निकालने के मामले में पुलिस ने बैंक कर्मी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चार लाख रूपये नगद बरामद कर लिये। पुलिस ने तीनों को न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
आज यहां इसकी जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जमालपुर कलाँ, कनखल निवासी रतन सिंह द्वारा एक जून 2023 को थाना कनखल पर लिखित शिकायती प्रार्थनापत्र देकर बताया था कि उनके जगजीतपुर स्थित उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक के खाते से किसी अज्ञात व्यक्ति ने 25 अप्रैल 2023 को पांच लाख रुपये निकाले गये है। उक्त निकासी के सम्बन्ध में उसके द्वारा बैंक में सम्पर्क करने पर बैंक स्टाफ द्वारा पैसे निकाले जाने का विड्राल फार्म दिखाया गया। उक्त निकासी फार्म पर उसके हस्ताक्षर की कूटरचना की गयी थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। घटना के खुलासे के लिए गठित पुलिस टीम ने विभिन्न सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी मिली। जांच के दौरान बैंक में तैनात सन्नी नामक युवक की संदिग्धता प्रकाश में आयी।
दो जून 2023 को पुलिस टीम ने सन्नी को शमशान घाट पुल बैरागी से व तत्पश्चात घटना में संलिप्त उसके दो अन्य साथियों मोनू व रविन्द्र को देव बिहार जगजीतपुर से दबोचने में सफलता हासिल की। उनके कब्जे से पुलिस टीम ने चार लाख रुपए भी बरामद किये।
पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि ठगी का तानाबान बुनकर तीनों ने वारदात को अंजाम दिया था। रकम मिलने पर सन्नी द्वारा मोहित शर्मा को दो लाख तथा रविन्द्र में एक लाख रुपए देकर 02 लाख सन्नी ने अपने पास रखे गए थे। उन्होंने बताया कि बैंक में सन्नी कुमार काम करता है तथा सारी योजना उसी ने बनायी थी। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।