रेडक्रास के अनिल वर्मा को रक्तवीर महादानी अवार्ड से किया सम्मानित
देहरादून। युवाओं के व्यक्तित्व विकास, नशामुक्ति एवं पुनर्वास को समर्पित संस्था विकसित जीवन द्वारा यूथ रेडक्रास सोसायटी व श्री महन्त इंद्रेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक के सहयोग से रायपुर में आयोजित रक्तदान शिविर में कुल 57 ग्रामीण युवाओं ने रक्तदान किया। इस अवसर पर रेडक्रास के अनिल वर्मा को “रक्तवीर महादानी अवार्ड” से सम्मानित किया गया।
शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि 155 बार रक्तदान कर चुके यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा, कार्यक्रम अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल भाजपा महानगर अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथियों उपाध्यक्ष डॉ० बबीता सहोत्रा, महामंत्री सुरेन्द्र राणा, ब्लड बैंक के को-ऑर्डिनेटर मोहित चावला ,काउंसलर दामिनी राणा, फिजियोथैरेपिस्ट डॉ० चेतना खत्री, विकसित जीवन संस्था के निदेशक आकाश थाॅमस तथा केंद्र प्रभारी नवीन सहोत्रा ने फीता काट कर किया।
युवाओं को संबोधित करते हुए बतौर रक्तदाता प्रेरक अनिल वर्मा ने कहा कि रक्तदान परोपकार का सर्वोत्तम माध्यम है। अपना थोड़ा सा रक्त और थोड़ा सा वक्त देकर हम किसी मृतप्राय व्यक्ति का जीवन बचा सकते हैं। पहले एक द्वारा दिए गए रक्त को पूरा का पूरा बीमार व्यक्ति को चढ़ाया जाता था परन्तु अब ब्लड कंपोनेंट थेरेपी से हमारे द्वारा एक बार किये गये मात्र 350 मि० ली० रक्त से कम से कम तीन मरीजों का जीवन बचाया जा सकता है।
डॉ० कार्ल लैण्डस्टीनर अवाॅर्डी वर्मा ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि ब्लड बैंकों में रक्त की कमी हमेशा बनी रहती है, क्योंकि रक्त की मांग की तुलना में इसकी आपूर्ति आज भी बहुत कम है। प्रतिवर्ष अनेक लोग वक्त पर रक्त नहीं मिल पाने की वजह से मौत के गाल में समा जाते हैं। अतः प्रत्येक युवा को स्वेच्छा से प्रत्येक तीन माह बाद रक्तदान अवश्य करना चाहिए।
आनुवांशिक गंभीर रक्त रोग थैलीसीमिया के प्रति जागरूक करते हुए श्री वर्मा ने युवाओं से विवाह करने से पूर्व लड़के – लड़की की जन्म कुंडली का मिलान करने की बजाय रक्त की कुंडली मिलाने की सलाह दी ताकि शादी के बाद होने वाला बच्चा थैलीसीमिया मुक्त पैदा हो।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि रक्तदान करने के संबंध में अनेक भ्रांतियां आज भी समाज में मौजूद हैं , जो सब बेबुनियाद हैं। रक्तदान करने से न तो शरीर में रक्त की कमी होती है और न ही किसी प्रकार की कोई बीमारी लगती है। बल्कि नियमित रक्तदान करते रहने से शरीर अनेक प्रकार की बीमारियों से बचा रहता है। प्रत्येक 18 से 65 साल तक का स्वस्थ व्यक्ति प्रत्येक तीन माह बाद यानी वर्ष में चार बार रक्तदान कर सकता है। उन्होंने रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा द्वारा रक्तदान के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान की सराहना की।
संस्था के अध्यक्ष आकाश थाॅमस ने कहा कि आजकल युवाओं में फास्ट फूड खाने तथा शराब ,सिगरेट पीने सहित अन्य नशीले पदार्थों आदि के सेवन का प्रचलन बहुत बढ़ गया है। कुछ इसे शारीरिक, मानसिक तनाव दूर करने का साधन समझने की भूल करते तो कुछ इसे स्टेटस सिंबल समझ समझने की। इसकी लत् पड़ जाने पर वे गंभीर बीमारियों का शिकार होकर अपने व परिवार के जीवन को जीवन को नर्क बना बना देते हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि सादा जीवन – उच्च विचार व स्वच्छ पौष्टिक आहार ही स्वस्थ, सुखी एवं सफल जीवन का आधार है।
इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ अग्रवाल भा० ज० पा० महानगर अध्यक्ष, महासचिव सुरेन्द्र राणा, रक्तदान शिविर संयोजक व संस्था के निदेशक थाॅमस तथा केंद्र प्रभारी नवीन सहोत्रा द्वारा “विकसित जीवन” संस्था की ओर से यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा को शाल ओढ़ाकर व “रक्तवीर महादानी अवार्ड ” प्रदान करके सम्मानित किया गया।
यूथ रेडक्रास कमेटी की तरफ से चेयरमैन अनिल वर्मा ने शिविर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल भाजपा महानगर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष डॉ० बबीता सहोत्रा, महामंत्री सुरेन्द्र राणा, मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत , नशामुक्ति काउंसलर दामिनी राणा, फिजियोथैरेपिस्ट डॉ० चेतना खत्री, संस्था के निदेशक थाॅमस, प्रभारी नवीन सहोत्रा, ब्लड बैंक कोआर्डिनेटर मोहित चावला को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
रक्तदान शिविर के कुशल संचालन में श्री महंत इंद्रेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक को-आर्डिनेटर मोहित चावला, तकनीशियन सचिन टिचकुले, विकास सिंह, शक्ति सेमवाल तथा विकसित जीवन संस्था के धनवीर रावत, ईश्वर, अभिषेक यादव, अवनीश कुमार, अतुल कुमार तथा अमित सिंह ने विशेष सहयोग प्रदान किया। धन्यवाद ज्ञापन संस्था के संचालक विवेक सिंह ने किया।