35 महिलाओं को राज्य स्तरीय आंगनवाड़ी कार्यकत्र्री पुरस्कार से नवाजा गया
राज्यपाल ने कहा देवभूमि की महिलायें हरसंभव चुनौती से निपटने में सक्षम
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रदेश की 12 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया है। इसके अलावा 35 महिलाओं को राज्य स्तरीय आंगनवाड़ी कार्यकत्र्री पुरस्कार से नवाजा गया है।
राज्यपाल ने सोमवार को आईआरडीटी सभागार देहरादून में राज्य स्तरीय तीलू रौतेली एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ती पुरस्कार से महिलाओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश की महिलायें उत्तराखण्ड की धरती पर जन्म लेने वाली वीरांगना तीलू रौतेली से सीख लेते हुए अपने आप को सशक्त करें। राज्यपाल ने कहा कि तीलू रौतेली के शौर्य और बलिदान की भावना हमें प्रेरणा देती है। तीलू रौतेली जैसी अनेक वीरांगनाएं पैदा हुईं हैं, उन सभी के महान कायरें को हमें जन-जन तक पहुंचाना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों के प्रवास पर उत्तराखण्ड की नारी शक्ति के कायरें को देखने व अनुभव करने का मौका मिला। इससे यह साबित हो गया कि यहां मातृशक्ति ही हमें समृद्ध बना रही है। उन्होंने कहा कि वे आशा, आंगनबाडी और स्वयं सहायता के कायरें से बेहद प्रभावित हुए हैं। राज्यपाल ने सम्मानित होने वाली सभी महिलाओं को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे अन्य महिलाओं के लिए भी एक प्रेरणा स्त्रोत हैं।
राज्यपाल ने कहा कि देवभूमि की नारी शक्ति में वह क्षमता है कि वह अपने दृढ़ निश्चय से हरसंभव चुनौती से निपटने में सक्षम हैं। उत्तराखण्ड में महिलाओं को ईर का अलग ही वरदान मिला है। वे अपने जज्बे और क्षमता से बदलाव की क्रांति लाने में सक्षम हैं। राज्यपाल ने कहा कि हमारे परिवार में सबसे ताकतवर, सशक्त व क्षमतावान सदस्य हमारी महिलाएं हैं। महिला सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा एवं कल्याण उनके मिशन में सबसे ऊपर है। यहां की महिलाओं में अद्भुत क्षमता है, उन्हें तकनीकी, अवस्थापना सुविधाओं के माध्यम से मदद देकर उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था में एक नई क्रांति लायी जा सकती है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि उत्तराखण्ड के बिजिनेस को लोकल से ग्लोबल तक पहुंचाने के लिए नवीन तकनीकों, डिजिटल माध्यमों से जुडें।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने कहा कि नारी शक्ति के अमूल्य योगदान से राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में आगंनवाड़ी कार्यकत्रियों का अहम योगदान है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि महिलाएं पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, वे हर कार्य करने में सक्षम हैं। उन्होंने पुरस्कृत होने वाली सभी महिलाओं को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्थानीय विधायक खजान दास ने भी अपने विचार इस कार्यक्रम के दौरान रखे। कार्यक्रम में 12 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार एवं 35 महिलाओं को राज्य स्तरीय आंगनवाड़ी कार्यकत्र्री पुरस्कार प्रदान किया गया।
तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित होने वाली महिलाओं में साहित्य के क्षेत्र में जनपद अल्मोड़ा से शशि जोशी, खेल के क्षेत्र में जनपद बागेर से सुश्री दीपा आर्य, समाजिक कायरे के लिए जनपद चमोली से सुश्री मीना तिवाड़ी, प्राथमिक बालिका शिक्षा एंव सामाजिक कार्य के लिए जनपद चम्पावत से सुश्री गजू बाला, पत्रकारिता के क्षेत्र में जनपद देहरादून से नलिनी गोसाई, खेल के क्षेत्र में जनपद हरिद्वार से सुश्री प्रियंका प्रजापति, शिक्षा एंव स्वच्छता के क्षेत्र में नैनीताल से सुश्री विद्या महतोलिया, महिला स्वयं सहायता के क्षेत्र में पिथौरागढ़ से सुश्री दुर्गा खड़ायत, आजीविका संवर्धन क्षेत्र में रूद्रप्रयाग से सुश्री गीता रावत, सामाजिक क्षेत्र में उत्तरकाशी से सुश्री लता नौटियाल और खेल के क्षेत्र में ऊधमसिंहनगर से कुमारी प्रेमा रावत को सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम में सचिव एवं निदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास हरि चंद्र सेमवाल के अलावा विभागीय अधिकारी, पुरकृस्त एवं सम्मानित होने वाली महिलाओं के साथ ही काफी संख्या में अन्य लोग मौजूद थे।